MP weather report: MP का मौसम खेल रहा है आंखमिचौली! एक ओर बारिश की फुहारें तो दूसरी ओर तपती गर्मी की मार। भोपाल, इंदौर से लेकर जबलपुर तक—कहीं राहत, कहीं आहट। क्या आपके शहर में टूटेगा बादलों का कहर या फिर बढ़ेगी लू की लपटें?
मध्य प्रदेश में मानसून से पहले की गतिविधियां ज़ोरों पर हैं। भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में हल्की फुहारें पड़ीं, जिससे थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन गर्म हवाओं और उमस ने फिर से लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है।
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कहां-कहां गिरी बारिश और कितनी?
गुरुवार को रायसेन में 24 मिमी और उज्जैन में 7 मिमी बारिश दर्ज की गई। भोपाल में भी हल्की बौछारें पड़ीं। इंदौर, जबलपुर, और नर्मदापुरम जैसे शहरों में बादल तो छाए, लेकिन बारिश का असर बहुत सीमित रहा।
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मानसून ठिठका, लेकिन मौसम करवट बदल रहा
मानसून मुंबई के पास अटका हुआ है लेकिन मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के कारण रुक-रुककर बारिश हो रही है। यह संकेत है कि मानसून प्रदेश की ओर धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
बारिश की हल्की बूंदों के बावजूद तापमान में खास गिरावट नहीं आई। खजुराहो में सबसे ज्यादा 40.2°C तापमान दर्ज किया गया। उमस और तेज धूप के कारण लोगों को गर्मी से पूरी राहत अब तक नहीं मिली है।
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मौसम को प्रभावित कर रहे हैं ये 5 सिस्टम
दक्षिणी हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और मध्य पाकिस्तान में बने चक्रवात, साथ ही द्रोणिकाएं, एमपी में मौसम को प्रभावित कर रही हैं। इनसे कभी बादल बनते हैं, तो कभी तेज धूप लौट आती है।
अगले तीन दिनों में मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन संभागों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर तेज़ हवाओं और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि, गर्मी भी अपना असर बनाए रखेगी।
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आपके शहर में कब पहुंचेगा असली मानसून?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की उत्तरी सीमा अभी मुंबई के पास है और अगले 3–4 दिनों में इसके आगे बढ़ने की संभावना है। भोपाल और आसपास के जिलों में 10 जून के आसपास मानसून पहुंच सकता है।
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मौसम विज्ञानियों की चेतावनी – राहत के साथ तैयार रहें गर्मी की वापसी के लिए!
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश के बीच तापमान में गिरावट सीमित रहेगी। दिन में धूप और रात को बादलों की हल्की चादर लोगों को भ्रमित कर सकती है। शुक्रवार से रविवार तक मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा – कहीं राहत, कहीं बेचैनी!