मुजफ्फरनगर में दहेज विवाद: नवविवाहिता का 50 घंटे का धरना खत्म, जानिए क्या हुआ फैसला!

Published : Apr 02, 2025, 11:48 AM ISTUpdated : Apr 02, 2025, 02:44 PM IST
Muzaffarnagar dowry case

सार

मुजफ्फरनगर में 50 लाख दहेज विवाद के बाद ससुराल के बाहर धरने पर बैठी नवविवाहिता को 50 घंटे बाद एंट्री मिल गई। जानिए क्या है पूरी खबर!

मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर में 30 मार्च से अपने ससुराल के बाहर धरने पर बैठी नवविवाहिता शालिनी सिंघल को आखिरकार 50 घंटे बाद घर में एंट्री मिल गई। आरोप था कि पति प्रणव सिंघल और उनके परिवार ने 50 लाख रुपये दहेज की मांग को लेकर उसे घर में घुसने से रोक दिया था।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

30 वर्षीय शालिनी सिंघल की शादी 2 फरवरी को 32 वर्षीय प्रणव सिंघल से हुई थी। शादी के बाद 15 फरवरी को दोनों हनीमून के लिए इंडोनेशिया गए और 10 दिन बाद लौटे। सूत्रों के मुताबिक, शालिनी 5 मार्च तक अपने ससुराल में रही, फिर होली के लिए अपने मायके चली गई। जब 30 मार्च को वापस आई, तो उसे कथित तौर पर घर में घुसने से रोक दिया गया। इसके बाद वह ससुराल के बाहर धरने पर बैठ गई।

शालिनी सिंघल धरने के पीछे की कहानी!

शालिनी का आरोप था कि शादी के बाद से ही पति और ससुरालवालों का रवैया ठीक नहीं था। हनीमून के दौरान भी पति का व्यवहार अजीब था और उन्होंने 50 लाख रुपये दहेज की मांग की। दूसरी ओर, पति प्रणव का कहना था कि शालिनी ने शादी के बाद से ही शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर दिया और धमकी दी कि अगर उन्होंने जबरदस्ती की तो वह उन पर केस कर देगी।

समझौते के बाद शालिनी सिंघल ने खत्म किया धरना

करीब 50 घंटे तक चले इस धरने को खत्म करने के लिए समाज के सम्मानित लोग, सपा, रालोद और बीजेपी के नेताओं ने मध्यस्थता की। दोनों पक्षों से बातचीत के बाद शालिनी को आखिरकार ससुराल में एंट्री मिल गई। शालिनी के चाचा आशीष कुमार ने बताया कि दोनों के बीच गलतफहमी थी, जिसे दूर कर दिया गया है। अब दोनों खुशी-खुशी साथ रह रहे हैं।

पति ने क्यों किया विरोध?

प्रणव सिंघल ने दहेज मांगने के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है। उन्होंने कहा, “हमें डर था कि वह कोई गलत कदम उठा सकती है, खासकर मेरठ के ब्लू ड्रम कांड के बाद।”

मुजफ्फरनगर पुलिस क्या कहती है?

नई मंडी सर्किल ऑफिसर रूपाली राव ने बताया कि पुलिस को अब तक शालिनी की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर कोई औपचारिक शिकायत दर्ज होती है, तो कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

PREV

मध्य प्रदेश में सरकारी नीतियों, योजनाओं, शिक्षा-रोजगार, मौसम और क्षेत्रीय घटनाओं की अपडेट्स जानें। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित पूरे राज्य की रिपोर्टिंग के लिए MP News in Hindi सेक्शन पढ़ें — सबसे भरोसेमंद राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

MP में भीषण हादसा : स्क्वॉड टीम के 4 पुलिस जवानों की मौत, लेकिन डॉग को खरोंच नहीं
MP: पहली बार विधायक से मंत्री प्रतिमा बागरी कौन?, भाई की वजह से खतरे में कुर्सी?