NCP नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में नया मोड़, शूटर को फर्जी पासपोर्ट और 50 हजार रुपये का लालच देकर विदेश भगाने की साजिश रची गई थी। पुलिस ने इस मर्डर केस में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुंबई। एनसीपी अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में हत्या कर दी गई थी। इस मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली। इस केस में गुरुवार को नया खुलासा हुआ। मुंबई पुलिस ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के मास्टरमाइंड ने एक शूटर के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट दिलाने का वादा किया था, ताकि हत्या के बाद वो विदेश भाग सके। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, इसके लिए शूटर गुरमेल सिंह को 50,000 रुपये भी दिए गए थे।
बता दें कि गुरमेल सिंह और एक अन्य शूटर धर्मराज कश्यप को हमले के फौरन बाद गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि उनका साथी शिवकुमार गौतम भागने में सफल रहा। हरियाणा के कैथल जिले का रहने वाले गुरमेल सिंह के खिलाफ 2019 में हत्या का मामला दर्ज किया गया था। जांच के मुताबिक, उसे इस हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने का डर था, जिसके चलते वो देश छोड़कर भागना चाहता था। बाबा सिद्दीकी की हत्या के साजिशकर्ताओं ने गुरमेल सिंह के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाकर उसे विदेश भागने में मदद का वादा किया था।
मुंबई पुलिस के ऑफिसर के मुताबिक, शिवकुमार, धर्मराज और गुरमेल शूटरों के सेकेंड मॉड्यूल से थे, जो साजिशकर्ता शुभम लोनकर और हत्या के मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर के संपर्क में थे। हत्या को अंजाम देने के लिए शिवकुमार और धर्मराज को कथित तौर पर 1.5 से 2 लाख रुपये दिए गए थे। इस मामले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, शुरुआत में बाबा सिद्दीकी की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट ठाणे स्थित जिस मॉड्यूल को दिया गया था, उसमें नितिन सप्रे और राम कनौजिया शामिल थे।
पुलिस ऑफिसर के मुताबिक, नितिन सप्रे और राम कनौजिया ने कई दिनों तक बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी भी की। इसमें उन्होंने रूपेश मोहोल (21), करण साल्वी (19) और शिवम कोहाड़ (20) को भी साथ ले लिया। हालांकि, सप्रे और कनौजिया ने हत्या को अंजाम देने के लिए 50 लाख रुपये की डिमांड की। साजिशकर्ताओं को लगा कि ये रकम बहुत बड़ी है। इसके बाद नितिन सप्रे के नेतृत्व वाला मॉड्यूल पीछे हट गया और बाद में हत्या के लिए गुरनैल सिंह समेत दूसरे शूटरों के नए ग्रुप को शामिल किया गया। बता दें कि मोहोल, साल्वी और कोहाड़ को पुणे से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश जून, 2024 के दूसरे पखवाड़े में रची गई थी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, चूंकि हथियार उत्तर भारत से मंगाए गए थे, इसलिए मुंबई पुलिस को संदेह है कि सिद्दीकी पर हमले का आदेश देने वाले लोग वहीं के होंगे। इस मर्डर में वांटेड अपराधी जालंधर का रहने वाला जीशान अख्तर जुलाई में हरियाणा में था और अमित कुमार के घर पर रुका था। पुलिस के हत्थे चढ़ा अमित कुमार जीशान अख्तर और गुरमेल सिंह के बीच अहम कड़ी था। बता दें कि पुलिस ने इस मर्डर केस में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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