नासिक में CBI का बड़ा खुलासा: ब्रिटिश नागरिकों को फर्जी बीमा कॉल सेंटर से ठगा गया, जानिए कैसे?

Published : Sep 14, 2025, 07:03 PM IST
NASHIK CBI RAID

सार

Nasik Call Center Fraud: सीबीआई ने नासिक में फर्जी बीमा कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया, ब्रिटिश नागरिकों को ठगा गया, 2 आरोपी गिरफ्तार, डिजिटल साक्ष्य जब्त। 60 कर्मचारियों और VOIP स्कैम का रहस्य खुला।

CBI Fake Insurance Scam: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नासिक में दो अवैध कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया है, जिन पर ब्रिटिश नागरिकों को फर्जी बीमा पॉलिसियां बेचने का आरोप है। ये कॉल सेंटर स्वगन बिज़नेस सॉल्यूशंस के नाम से संचालित हो रहे थे। आरोपी खुद को बीमा एजेंट या सरकारी अधिकारी बताकर पीड़ितों से वित्तीय जानकारी मांगते और फर्जी बीमा पॉलिसियों के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर करते थे। सीबीआई ने बताया कि इन अवैध गतिविधियों में लगभग 60 कर्मचारी शामिल थे। वीओआईपी (VoIP), नकली फोन नंबर और जाली दस्तावेज़ों का इस्तेमाल कर ब्रिटिश नागरिकों को गुमराह किया जा रहा था।

कैसे होता था यह अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड? 

आरोपी पीड़ितों से क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी मांगते थे। इसके अलावा, फर्जी दस्तावेज़ और स्क्रिप्ट का उपयोग कर यह विश्वास दिलाया जाता था कि वे सरकारी अधिकारी या अधिकृत बीमा एजेंट हैं। इस तरह, पीड़ित अनजाने में अपनी वित्तीय जानकारी साझा कर देते थे। CBI ने नासिक और कल्याण (ठाणे) में तलाशी के दौरान डिजिटल साक्ष्य जब्त किए। इसमें 8 मोबाइल फोन, 8 कंप्यूटर सिस्टम, सर्वर और 5 लाख रुपये नकद बरामद हुए। अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि आरोपी पेपाल और विभिन्न बैंकिंग चैनलों के जरिए आय को ट्रांसफर कर रहे थे।

CBI की कार्रवाई और जब्ती

फर्जी कॉल सेंटर चलाने के आरोप में चार व्यक्तियों और कुछ अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ 11 सितंबर को मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद 13 सितंबर को गणेश और श्याम कामनकर को गिरफ्तार किया गया। दोनों को ठाणे की विशेष CBI अदालत में पेश किया गया और 15 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया। सीबीआई की यह कार्रवाई इस तरह के अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी मामलों में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि आगे की जांच जारी है और यह देखने की कोशिश की जा रही है कि कितने ब्रिटिश नागरिक इससे प्रभावित हुए हैं।

अभियुक्तों की गिरफ्तारी

फर्जी कॉल सेंटर चलाने के आरोप में 11 सितंबर को चार व्यक्तियों और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। 13 सितंबर को गणेश और श्याम कामनकर को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें ठाणे की विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया और 15 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेजा गया।

क्या यह सिर्फ नासिक तक सीमित था?

विशेषज्ञों के अनुसार, महाराष्ट्र के नासिक और ठाणे जैसे शहर फर्जी कॉल सेंटरों के लिए बड़े हब बन गए हैं। ये सेंटर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं। CBI की लगातार छापेमारी और डिजिटल फॉरेंसिक जांच से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आरोपी जल्दी से जल्दी न्याय के कटघरे में आएं।

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