महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में रविवार शाम को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन नक्सली मारे गए। इनपर 38 लाख रुपए का इनाम था। मारे गए एक नक्सली की पहचान बिट्लू मदावी के रूप में हुई है। वह पेरिमिली दलम का कमांडर था।
गढ़चिरौली (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र पुलिस को रविवार को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है। रविवार शाम को मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन इनामी नक्सली मारे गए। मुठभेड़ अहेरी तहसील के मन्ने राजाराम में हुई। गढ़चिरौली के डीआईजी संदीप पाटिल ने कहा है कि मारे गए नक्सलियों पर 38 लाख रुपए का इनाम था। पुलिस ने तीनों नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं।
गढ़चिरौली के एसपी नीलोत्पल ने कहा कि केदमारा जंगल में शाम करीब सात बजे मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दलम कमांडर समेत तीन नक्सली मारे गए। पुलिस को खबर मिली थी कि नक्सलियों के पेरिमिली और अहेरी दलम के सदस्य माने राजाराम अपने साथियों के साथ जंगल में डेरा डाले हुए है। इसके बाद प्रहिता से पुलिस की सी-60 फोर्स की दो टुकड़ियों को सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया।
पुलिस को करीब आता देख नक्सलियों ने शुरू कर दी फायरिंग
पुलिस के जवानों को करीब आता देख नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिसकर्मियों ने भी गोलीबारी की। मुठभेड़ के बाद तीन पुरुष नक्सलियों के शव मिले। इसके साथ ही हथियार और अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं।
मारा गया पेरिमिली दलम का कमांडर बिट्लू मदावी
एसपी बने बताया कि मृतकों में से एक की पहचान पेरिमिली दलम के कमांडर बिट्लू मदावी के रूप में हुई है, जबकि दो अन्य की पहचान पेरिमिली दलम के वासु और अहेरी दलम के श्रीकांत के रूप में हुई है। मदावी इस साल 9 मार्च को छात्र साईनाथ नरोटे की हत्या के साथ-साथ विसामुंडी और अलेंगा में सड़क निर्माण में लगी मशीनों को जलाने के दो मामलों में मुख्य आरोपी था। इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सली हमला हुआ था। IED ब्लास्ट में 11 जवानों की जान गई थी। इसके बाद से छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और ओडिशा में नक्सल विरोधी अभियान तेज किया गया है। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।