
मुंबई। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह से दो दिन पहले सत्तारूढ़ गठबंधन ने अभी तक मौजूदा मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की है। हांलाकि देवेंद्र फडणवीस बीजेपी विधायक दल के नेता चुन लिए गए हैं। इस तरह देवेंद्र फडणवीस अब महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। सूत्रों का दावा है कि भाजपा विधायक दल की बैठक चल रही है। जिसमें देवेंद्र के नाम पर मुहर लग चुकी है।
मंत्री पद के बंटवारे के लिए फॉर्मूला भी तैयार हो गया है। सूत्रों ने बताया कि सत्ता में हिस्सेदारी 6-1 के फॉर्मूले पर आधारित होगी - यानी पार्टी के हर 6 विधायकों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा। इस फॉर्मूले के तहत जैसा कि उम्मीद थी 132 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा के पास सबसे ज्यादा मंत्री पद होंगे। इसके दो सहयोगी दलों - एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के गुट ने भी एक लाभदायक सौदा किया है।
संख्या के हिसाब से भाजपा को 20 से 22 मंत्री पद मिलेंगे। एकनाथ शिंदे की पार्टी को 12 और एनसीपी के अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं। हालांकि, यह खींचतान विभागों को लेकर है, खास तौर पर गृह मंत्रालय को लेकर, जिसे देवेंद्र फडणवीस कई सालों से संभाल रहे हैं। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट का तर्क है कि अगर उन्हें फडणवीस के उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकार करना है तो यह विभाग मुआवजे के तौर पर दिया जाना चाहिए।
सूत्रों ने बताया कि इस बीच अजित पवार की एनसीपी ने नई सरकार में शिंदे गुट के बराबर हिस्सेदारी की मांग की है। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा है कि उनका "स्ट्राइक रेट" बेहतर है और इसलिए उन्हें उसी हिसाब से मंत्री पद दिए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री पद के पेचीदा सवाल के साथ-साथ इन छोटी-छोटी बातों के कारण घोषणा में इतनी देरी हो रही है।
आज बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है, जब भाजपा विधायक विधायक दल का प्रमुख चुनने के लिए बैठक हो रही है। यह कौन होगा - अधिकांश लोग देवेंद्र फडणवीस पर दांव लगा रहे हैं, जिन्होंने आज सुबह एकनाथ शिंदे से मुलाकात की, जिसे कई लोगों ने संकट में घी डालने वाला बताया।
मुंबई-पुणे से लेकर पूरे महाराष्ट्र की राजनीति, बिज़नेस गतिविधियाँ, बॉलीवुड अपडेट्स और लोकल घटनाओं पर हर पल की खबरें पढ़ें। राज्य की सबसे विश्वसनीय कवरेज के लिए Maharashtra News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — केवल Asianet News Hindi पर।