मराठा आरक्षण: मनोज जरांगे ने अनशन तोड़ा, बोले- आज हमारे लिए है दिवाली

Vivek Kumar   | ANI
Published : Sep 02, 2025, 08:24 PM IST
Maratha reservation activist Manoj Jarange Patil (Photo/ANI)

सार

मराठा आरक्षण के लिए अनशन पर बैठे मनोज जरांगे ने सरकार द्वारा मांगें मान लेने के बाद अपना अनशन तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारे लिए दिवाली है। हमारे समाज की जीत हुई है। मराठा लोग जीत गए हैं।

Maratha Quota: मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र कैबिनेट उप-समिति द्वारा प्रस्तुत सरकारी प्रस्ताव (जीआर) को स्वीकार करने के बाद आजाद मैदान में अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर दिया। इस दौरान उनकी आँखों में आंसू आ गए और उन्होंने इसे समुदाय के लिए "दिवाली" बताया। धरना स्थल से एम्बुलेंस तक ले जाए जाने के दौरान उन्होंने कहा, 

मराठा विजय झाला आज विजय झाला, सुखी झाला (मराठा आज विजयी हुए हैं और हम खुश हैं)।

 

मनोज जरांगे बोले- आज हमारे लिए दिवाली है

जरांगे ने कहा, "आज हमारे लिए दिवाली है, क्योंकि हमें वो मिल गया जो हम चाहते थे।" प्रदर्शनकारियों ने भगवान का आभार व्यक्त करने के लिए गणपति आरती की। जरांगे ने कहा कि आरती के बाद, विरोध प्रदर्शन औपचारिक रूप से समाप्त हो जाएगा।

राधाकृष्ण विखे पाटिल ने जरांगे को दिया धन्यवाद

कैबिनेट उपसमिति के प्रमुख राधाकृष्ण विखे पाटिल ने जरांगे को सरकार का प्रस्ताव स्वीकार करने और जूस पीकर अपना अनशन तोड़ने के लिए धन्यवाद दिया। एक्स पर एक पोस्ट में, विखे पाटिल ने जरांगे पाटिल द्वारा उठाई गई मांगों के संबंध में महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल उपसमिति की चर्चा के बारे में बताया। कहा कि सरकार मराठा समुदाय की "न्यायसंगत मांगों के लिए सकारात्मक कदम उठा रही है"।

 <br>पोस्ट में लिखा था, "महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक में मनोज जरांगे पाटिल के नेतृत्व वाले आंदोलन में उठाई गई मांगों के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। सरकार मराठा समुदाय की न्यायसंगत मांगों के लिए सकारात्मक कदम उठा रही है। इस संबंध में निर्णय लेने की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया गया।"</p><p>जरांगे ने 5 दिनों तक की भूख हड़ताल<br>मराठा आरक्षण कार्यकर्ता जरांगे की आजाद मैदान में भूख हड़ताल मंगलवार को अपने पांचवें दिन में प्रवेश कर गई थी। इससे पहले, बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को मराठा कोटा मामले को स्थगित कर दिया था। इसमें कहा गया था कि उसे तब तक कुछ विकास की उम्मीद है।<br>&nbsp;</p><div type="dfp" position=4>Ad4</div><p>जरांगे पाटिल का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता सतीश मानेशिंदे ने एक बयान जारी कर अपने समर्थकों से अपील की है कि वे कोई यातायात समस्या पैदा न करें और 5,000 से अधिक की संख्या में इकट्ठा न हों।</p>

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