
Nagpur Aurangzeb Grave Controversy: महाराष्ट्र के नागपुर (Nagpur) में मुगल शासक औरंगजेब (Aurangzeb) की कब्र को लेकर छिड़े विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। शहर में आगजनी, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी के बीच करीब 40 लोग घायल हुए जिनमें 12 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने इस मुद्दे पर बीजेपी और शिंदे गुट को आड़े हाथों लिया।
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने नागपुर हिंसा पर बयान देते हुए कहा: अगर चाहो तो औरंगजेब की कब्र हटा दो... लेकिन पहले चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को बुलाओ। उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि औरंगजेब का जन्म गुजरात (Gujarat) के दाहोद (Dahod) में हुआ था। उन्होंने बीजेपी पर इतिहास को राजनीति के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
ठाकरे के इस बयान को बीजेपी पर करारा तंज माना जा रहा है क्योंकि आंध्र प्रदेश और बिहार में मुस्लिम आबादी काफी अधिक है और दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री बीजेपी के सहयोगी हैं।
शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि जब बीजेपी सरकार चलाने में नाकाम होती है तो हिंसा और दंगों का सहारा लेती है। मणिपुर (Manipur) में क्या हुआ, सबने देखा। अब वे महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी यही करना चाहते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग 300 साल पहले मर चुके हैं, उन्हें खोदकर निकाल रहे हैं लेकिन भविष्य और वर्तमान की बात करने में अक्षम हैं।
सोमवार रात 7:30 बजे हिंसा भड़क गई जब विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्यों ने औरंगजेब की कब्र का प्रतीकात्मक दहन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने एक हरे कपड़े में लिपटी तस्वीर जलाई जिसे बाद में अफवाहों के रूप में फैलाया गया। इसके बाद, करीब 250 मुस्लिम प्रदर्शनकारी मौके पर पहुंचे और झड़पें शुरू हो गईं। वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, दुकानों में तोड़फोड़ हुई और देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने इस घटना को सुनियोजित साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि हिंसा का मकसद विशेष समुदाय को निशाना बनाना था। उन्होंने यह भी कहा कि वीएचपी कार्यकर्ताओं ने केवल घास के ढेर जलाकर प्रतीकात्मक विरोध किया था लेकिन अफवाह फैलाकर इसे सांप्रदायिक रंग दिया गया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इस विवाद पर कहा कि जो औरंगजेब का समर्थन करेगा, वह देशद्रोही (Traitor) है। देशभक्त मुसलमान कभी भी औरंगजेब का समर्थन नहीं करेंगे।
नागपुर पुलिस ने अब तक 47 लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल शहर में कर्फ्यू और धारा 144 (Curfew & Section 144) लागू है, जिससे बड़े सार्वजनिक जमावड़ों पर रोक लगाई गई है। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है लेकिन सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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