तीन टीम बनाकर बच्चों की तस्करी...दो से पांच लाख में बेचते थे New born babies, पकड़े गए तो हुआ ये खुलासा

बच्चों की तस्करी करने वाला गिरोह दो से पांच लाख रुपये में नवजात बच्चों को बेचता था। गिरोह तीन टीम बनाकर इस काम को अंजाम देता था। चार से पांच लाख रुपये में लड़कों का सौदा करते थे, जबकि दो लाख रुपये में लड़की बेचते थे।

मोहाली। बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह का राजफाश हुआ है। यह गिरोह दो से पांच लाख रुपये में नवजात बच्चों को बेचता था। गिरोह तीन टीम बनाकर इस काम को अंजाम देता था। चार से पांच लाख रुपये में लड़कों का सौदा करते थे, जबकि दो लाख रुपये में लड़की बेचते थे। पुलिसिया पूछताछ में अब तक छह बच्चों की तस्करी का मामला उजागर हुआ है। पुलिस गिरोह के मुखिया की तलाश कर रही है।

ऐसे पकड़ में आया था गिरोह, पूछताछ में उगला

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दरअसल, बीती 30 जनवरी को मोहाली आए दो दंपतियों को पांच दिन की मासूम बच्ची को बेचने के प्रयास में अरेस्ट किया गया था। उन्हें सेक्टर 86-87 चौक से सोहाना थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। चारों के पास से मासूम बच्ची भी मिली थी। गिरफ्तार दंपतियों चरणबीर सिंह और परविंदर कौर ने पुलिसिया पूछताछ में यह खुलासा किया है कि वह दो से पांच लाख रुपये में नवजात बच्चों का सौदा करते थे। दोनों आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश कर पुलिस ने दो दिन का रिमांड हासिल किया। गिरफ्तार दंपत्ति पटियाला के रहने वाले हैं।

जरुरतमंदों से करते थे सौदा

अरेस्ट किए गए चार आरोपियों में से फरीदकोट के रहने वाले मनजिंदर सिंह और उनकी पत्नी को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। आरोपियों से पूछताछ में पांच अन्य बच्चों की तस्करी का मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने उन बच्चों के परिजनों से पूछताछ की। उनमें से दो बच्चों की मौत हो चुकी है। आरोपी जरुरतमंदों को अपने जाल में फंसाते थे और उनसे बच्चों का सौदा करते थे।

तीन टीम बनाकर ऐसे करते थे काम

पुलिस के मुताबिक गिरोह तीन टीम बनाकर बच्चों की तस्करी का काम करते थे। पहली टीम में दो युवक और एक महिला समेत तीन लोग हैं। यह टीम गरीब व जरुरतमंदों के संपर्क में रहती थी और उन लोगों से 70 से 80 हजार रुपये में बच्चों का सौदा करते थे और बच्चा खरीदकर दूसरी टीम को देते थे।

तीसरी टीम बच्चों का करती थी सौदा

दूसरी टीम में शामिल मनजिंदर सिंह और उनकी पत्नी शामिल हैं। जिन्हें पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी हैं। यह दंपत्ति पहली टीम से बच्चा लेकर तीसरी टीम तक पहुंचाती थी। तीसरी टीम में शामिल पटियाला निवासी चरणबीर सिंह और उनकी पत्नी परविंदर कौर, ऐसे लोगों की तलाश करती थीं। जिन्हें बच्चों की जरुरत है। उनसे सपर्क कर बच्चों को दो से पांच लाख रुपये में बेच दिया जाता था। बताया जा रहा है कि परविंदर कौर के खिलाफ बच्चों के अंग बेचने का भी आरोप है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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