
चंडीगढ़: 26 साल की सुखजीत सिंह बड़े-बड़े सपने लेकर अमेरिका गई थीं। इनमें सबसे बड़ा सपना था उनकी शादी का। लेकिन गैरकानूनी तरीके से अमेरिका पहुंची सुखजीत पकड़ी गईं। इसके साथ ही उनके होने वाले पति के साथ शादी के सपने भी चकनाचूर हो गए। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें वापस भेज दिया जाएगा। देश निकाले गए 104 भारतीयों के साथ सुखजीत भी टूटे हुए सपनों के साथ अपने देश लौट आईं।
पंजाब के पेरवाल जिले की रहने वाली सुखजीत के माता-पिता और एक भाई हैं। उनके पिता इटली में रहते हैं। परिवार के सभी सदस्य अचानक हुए देश निकाले जाने के सदमे में हैं। औरों की तरह एजेंट के जरिए सुखजीत भी गैरकानूनी तरीके से अमेरिका पहुंची थीं। इस यात्रा पर उन्होंने बहुत पैसा खर्च किया था। लेकिन अब उनके पास सिर्फ आर्थिक तंगी ही बची है।
13 बच्चों और 25 महिलाओं सहित 104 भारतीयों को अमेरिका ने वापस भेज दिया। इस मामले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि गैरकानूनी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारतीयों को हाथ-पैर में बेड़ियां डालकर वापस भेजने का तरीका विवादों में रहा। गैरकानूनी तरीके से रहने वालों को वापस लेने की जिम्मेदारी भारत की है। मंत्री ने लोकसभा में बताया कि महिलाओं और बच्चों को छोड़कर बाकी लोगों को बेड़ियां डाली गई थीं और मानव तस्करी करने वाले एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
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