मेरठः घर से एक-एक कर निकली पांच लाशें, क्या है पूरा मामला?

मेरठ के लिसाड़ीगेट में एक घर से पांच लोगों की लाशें मिलीं, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतकों में दंपति और उनके तीन बच्चे शामिल हैं। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक घर से पांच लाशे निकलने के बाद एक कस्बा खौफ के साये में है। ये सनसनीखेज वारदात लिसाड़ीगेट थानाक्षेत्र के सोहेल गार्डन इलाके की है। यहां एक घर में दंपति के अलावा तीन बच्चों की लाशें मिली हैं। ये लाशें घर में रखे बेड के अंदर छिपाई गई थीं। घटना की जानकारी मिलते ही भारी तादाद में पुलिस बल मौके पर पहुंचे। एक-एक करके लाशों को निकाला गया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए हैं।

एक ही घर से मिली पांच लाशें

एक ही घर से पांच लाशे मिलने की खबर फैलते ही घर के पास भीड़ जुट गई। जानकारी के मुताबिक, मरने वालों का नाम पति मोइन ,पत्नी आसमां और तीन बच्चे अफशा(4 साल ) , अजीज़ा ( 4 साल) और अदीबा (1 साल ) हैं। मृतक मोईन मिस्त्री का काम करता था । पुलिस को एक साल के बच्चे की लाश बोरी में मिली है। उसकी भी हत्या करके बॉक्स में छिपाई गई थी। मोईन के भाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि उनके भाई का परिवार बुधवार से दिख नहीं रहा था। गुरुवार रात जब नईम के घर की तलाशी ली गई तो पांचें लाशे घर से मिलीं।

Latest Videos

पुलिस ने नहीं दिया कोई बयान

इस घटना के बाद से जहां इलाके में खौफ का माहौल है वहीं पुलिस के सामने घटना के सच तक पहुंचने की चुनौती है। इस पूरे परिवार की हत्या किसने और क्यों की ये सबसे बड़ा सवाल है। पुलिस जब घर पर पहुंची तो सामान बिखरा पड़ा था। क्या लूट के इरादे से हत्या हुई? हालांकि, घटना के बाद से पुलिस ने अभी कोई बयान नहीं दिया है।

यह भी पढ़ें: समलैंगिक विवाह: पुनर्विचार याचिका खारिज, सुप्रीम कोर्ट ने कहा पूर्व का फैसला सही

Share this article
click me!

Latest Videos

मुसलमानों को भड़काया जा रहा, Waqf Amendment Bill में कुछ गलत नहीं'। Syed Naseruddin Chishty
'मस्जिद-ईदगाह और...', वक्फ बिल को लेकर केंद्रीय मंत्री Kiren Rijiju ने क्लियर किया सारा
ईरान पर भयंकर शर्त और धमकी, ट्रंप ने कहा- डील करो वरना...अब मिडिल ईस्ट में शुरू होगा युद्ध?
'जल्द आने वाला है Waqf Bill', Kiren Rijiju ने देश के मुसलमानों से क्यों जोड़ा हाथ?
Ravi Kishan को IIFA Award, सांसद ने बताया 34 साल का दर्द, कहा- 'अवार्ड गोरखपुर को समर्पित'