
Aniruddhacharya Gauri Gopal Ashram news: धार्मिक नगरी वृंदावन में स्थित गौरी गोपाल आश्रम, जो अब तक विधवा माताओं की सेवा, गौ-सेवा और समाज कल्याण के लिए जाना जाता था, अचानक एक नए विवाद का केंद्र बन गया है। अनिरुद्धाचार्य के पिता द्वारा सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियो ने न सिर्फ लोगों को चौंका दिया, बल्कि आश्रम की आभा और विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें अनिरुद्धाचार्य के वृद्ध पिता भावुक होकर यह कह रहे हैं कि “मेरे ही बेटे के आश्रम में मेरा उत्पीड़न हो रहा है।” उन्होंने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और स्थानीय प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। वीडियो में उनका दर्द और बेबसी साफ झलकती है। वे कह रहे हैं कि आश्रम के लोग उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं और उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा।
वीडियो में अनिरुद्धाचार्य के पिता ने साफ शब्दों में बताया कि आश्रम के लोग उनके साथ लगातार गलत व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व स्थानीय प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। यह सवाल अब चर्चा में है-जिस स्थान को सेवा और सम्मान का मंदिर माना जाता था, वहां अगर संस्थापक के पिता ही असहाय हैं तो आमजनों और विधवा माताओं का क्या हाल होगा?
गौरी गोपाल आश्रम हमेशा विधवा निराश्रित माताओं की मदद और सामाजिक सहायता के दावों से सुर्खियों में रहा है। लेकिन जब संस्थापक के पिता ही वहां पीड़ित बताए जा रहे हैं, तो आमजन पूछ रहे हैं-क्या यह सेवा केवल दिखावा थी? क्या आश्रम में रहने वाली दूसरी महिलाओं के साथ भी ऐसा ही बर्ताव हुआ है?
मामला उभरने के बाद लोगों का गुस्सा साफ़ दिखाई दे रहा है। वीडियो वायरल होते ही प्रशासन से जांच की मांग उठी और पुलिस से आश्रम के अन्य लोगों, खासकर विधवा माताओं से भी पूछताछ की मांग की गई है। इस बीच अनिरुद्धाचार्य विदेश यात्रा पर हैं और उनके 5 अगस्त के बाद लौटने की संभावना जताई जा रही है। अब सबकी निगाहें इस सवाल पर हैं-क्या लौटने के बाद अनिरुद्धाचार्य अपने पिता के आरोपों पर सफाई देंगे या मामला और उलझ जाएगा?
फिलहाल जानकारी के अनुसार, अनिरुद्धाचार्य विदेश प्रवास पर हैं और 5 अगस्त के बाद भारत लौटेंगे। लेकिन वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर जनता, धर्म प्रेमी और सामाजिक कार्यकर्ता यह मांग कर रहे हैं कि:
अब यह सवाल भी चर्चा में है कि यह मामला आश्रम की अंदरूनी राजनीति है या एक गंभीर पारिवारिक विवाद? लेकिन जो भी हो, एक पिता द्वारा सार्वजनिक रूप से अपने बेटे के आश्रम के खिलाफ आवाज उठाना निश्चित ही आश्चर्यजनक और रहस्यमयी है।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।