सड़कों के किनारे लग रहे सूर्य स्तंभ भगवान राम के सूर्यवंशी होने के प्रतीक को दर्शाते हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक, धर्म पथ के सड़कों के किनारों पर दीवार बन रही है। जिस पर रामायण काल के प्रसंगों को दर्शाया जाएगा। दीवारें टेराकोटा फाइन क्ले म्यूरल कलाकृतियों से सजी होंगी। रामचरित मानस में तुलसीदास ने कहा है कि लंका विजय के बाद भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन पर अयोध्या सजाई गई थी, लोगों में उल्लास था। ठीक उसी तरह 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले पूरे अयोध्या को सजाया संवारा जा रहा है।