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7 स्टेशन जहां 3 साल से नहीं बिकी एक भी टिकट!
रामपुर-बरेली रेल रूट के सात स्टेशन ऐसे हैं जहां पिछले तीन सालों में एक भी टिकट नहीं बिका। वजह? कोई ट्रेन ही नहीं रुकती!
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ट्रेनें दौड़ती हैं, पर रुकती नहीं
63 किमी के इस व्यस्त रेलखंड पर दर्जनों ट्रेनें दौड़ती हैं, लेकिन एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें इन छोटे स्टेशनों को नजरअंदाज कर जाती हैं।
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सैकड़ों यात्रियों की रोज़ की परेशानी
इन स्टेशनों के लोग ट्रेन पकड़ने के लिए 20-30 किमी दूर बड़े स्टेशनों तक जाते हैं या फिर बसों का सहारा लेते हैं, जिससे समय और पैसा दोनों बर्बाद होता है।
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कोरोना ने छीनी सुविधा
कोरोना काल से पहले लखनऊ से सहारनपुर और दिल्ली तक पैसेंजर ट्रेन चलती थी, पर महामारी के बाद इसे बंद कर दिया गया और तब से दुबारा नहीं चली।
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यहां रुकती थीं ट्रेनें, अब वीरानी
शहजादनगर, धमोरा, दुगनपुर, धनेटा, भिटौरा, परसाखेड़ा और सीबीगंज स्टेशन यहां पहले रोज़ हजारों लोग सफर करते थे, अब सन्नाटा पसरा है।
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टिकटें बिकती थीं हजारों की तादाद में
एक निजी चैनल द्वारा प्रकाशित की गई खबर के अनुसार, इन स्टेशनों से पहले हजारों टिकट रोज़ बिकते थे। लोग लखनऊ, दिल्ली तक का सफर इन्हीं से करते थे।
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उम्मीद की एक किरण!
मुख्य टिकट निरीक्षक गोविंद सिंह जनी का कहना है कि भविष्य में ट्रेनों का ठहराव हो सकता है, जिससे इन स्टेशनों की रौनक वापस लौट सकती है।
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बरेली से मुरादाबाद के बीच प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनें
बरेली-रामपुर-मुरादाबाद खंड पर प्रमुख एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें तो चल रही हैं, लेकिन पैंसेजर ट्रेनें बंद हैं।