
गोरखपुर। मकर संक्रांति के साथ ही श्रद्धा और आस्था का सैलाब गोरखनाथ मंदिर की ओर उमड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को स्पष्ट संदेश दिया है कि नववर्ष पर उमड़ने वाली भीड़ को खिचड़ी मेले की व्यवस्थाओं का रिहर्सल मानकर पूरी तैयारी के साथ काम किया जाए। शुक्रवार देर शाम गोरखनाथ मंदिर के बैठक कक्ष में मुख्यमंत्री ने खिचड़ी मेला, गोरखपुर महोत्सव और जनपद में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक जनवरी को गुरु गोरखनाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे। यह अवसर खिचड़ी मेले की व्यवस्थाओं को धरातल पर परखने का बेहतर मौका होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और सहूलियत में किसी भी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से खिचड़ी मेले की तैयारियों की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि निर्धारित समयसीमा के भीतर अधिकांश व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। इस पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अंतिम चरण की तैयारियों पर भी लगातार नजर रखी जाए।
11 से 13 जनवरी तक प्रस्तावित गोरखपुर महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन में स्थानीय कलाकारों और प्रतिभाओं को प्राथमिकता दी जाए। पारंपरिक वाद्य, लोक गायन और नृत्य कलाओं को मंच देने पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए गए। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विकास, योजनाओं और उपलब्धियों पर गोष्ठियों के आयोजन को भी आवश्यक बताया।
नववर्ष के पहले दिन रामगढ़ताल क्षेत्र में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीसीटीवी निगरानी बढ़ाने, अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने और समय रहते उसका प्रचार करने को कहा। साथ ही सड़कों पर अवैध पार्किंग किसी भी हाल में न होने देने के निर्देश दिए।
जनपद में चल रही सड़क निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने गुणवत्ता के साथ समयबद्ध पूर्णता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सुगम यातायात व्यवस्था प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। विरासत गलियारे के कार्यों में तेजी लाने और इससे प्रभावित दुकानदारों के पुनर्वास के लिए नगर निगम व जीडीए को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश भी दिए गए।
मुख्यमंत्री ने शीतलहर को देखते हुए शहर में पर्याप्त संख्या में अलाव जलवाने के निर्देश दिए, ताकि जरूरतमंदों को राहत मिल सके। बैठक में महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह समेत प्रशासन, पुलिस और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और शहर की सुव्यवस्थित छवि बनाए रखना प्रशासन की सामूहिक जिम्मेदारी है।
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