
Varanasi bullet train route: कल्पना कीजिए... सुबह दिल्ली से चाय पीकर निकलिए और दोपहर तक वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन कर आइए! जो सफर अब तक 12 घंटे का होता था, वो अब महज़ 3.5 घंटे में पूरा होगा। भारत सरकार की मेगा हाई-स्पीड ट्रेन परियोजना—दिल्ली से वाराणसी बुलेट ट्रेन—ने रफ्तार पकड़ ली है। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र को राजधानी से जोड़ने वाली यह बुलेट ट्रेन न सिर्फ़ समय की बचत करेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश के लिए विकास की एक नई रेखा भी खींचेगी।
इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश के लिए गेमचेंजर माना जा रहा है। Delhi–Varanasi High Speed Rail Corridor (DVHSRC) के तहत चलने वाली यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी तक का सफर सिर्फ साढ़े तीन घंटे में तय करेगी। इस रूट पर कुल 12 स्टेशन होंगे, जिससे कई शहरों को सीधे जुड़ाव मिलेगा।
यह ट्रेन दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से शुरू होकर नीचे दिए गए शहरों से होते हुए वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन तक पहुंचेगी:
दिल्ली से वाराणसी की दूरी लगभग 840 किलोमीटर है। अभी की सामान्य ट्रेनों से यह सफर 12 घंटे या उससे अधिक का होता है। लेकिन बुलेट ट्रेन इस दूरी को 3.5 घंटे में तय कर लेगी। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹43,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है, और 2029 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
काम पूरा होने के बाद हर दिन 18 बुलेट ट्रेनें चलाई जाएंगी। सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक, हर 47 मिनट पर एक ट्रेन इस रूट पर चलेगी। इससे दिल्ली और वाराणसी के अलावा लखनऊ, आगरा, प्रयागराज जैसे बड़े शहरों तक आना-जाना आसान हो जाएगा। इस बुलेट ट्रेन के लिए दिल्ली के सराय काले खां में नया अंडरग्राउंड स्टेशन बनाया जा रहा है, जिसकी लंबाई 15 किलोमीटर तक की सुरंग के साथ होगी। वहीं लखनऊ में अवध क्रॉसिंग के पास स्टेशन बनाया जाएगा, जो अमौसी एयरपोर्ट और चारबाग रेलवे स्टेशन के बीच स्थित होगा।
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