
लखनऊ की चमचमाती गलियों और भव्य मॉल्स के पीछे एक ऐसा सच छिपा था, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। जहां लोग परिवार के साथ आराम से खाना खाने पहुंचते हैं, वहीं उन्हीं किचन में साफ-सफाई और लाइसेंस जैसी बुनियादी चीजें तक नजर नहीं आईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चली इस बड़ी कार्रवाई ने राजधानी के प्रतिष्ठित फूड ब्रांड्स की वास्तविक तस्वीर सामने ला दी है।
उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने एक संयुक्त अभियान के तहत लखनऊ के 7 प्रमुख मॉल्स में संचालित 61 प्रतिष्ठानों की जांच की। लूलू मॉल, पलासियो, फिनिक्स, सिनेपोलिस, एमराल्ड, वेव और फोनिक्स मॉल को जांच के दायरे में रखा गया। हर टीम ने वीडियो सबूत जुटाए और किचन से लेकर स्टोरेज तक सख्ती से निरीक्षण किया।
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FSDA की जांच में लूलू मॉल में कई गंभीर कमियां सामने आईं।
इसके अलावा चिलीज, बारबेक्यू नेशन, बीकानेर एक्सप्रेस, गोल्फ सिज्लर और टुंडे कबाबी में भी कई खामियां मिलीं, जिन पर चेतावनी जारी की गई है।
FSDA टीम को सिनेपोलिस मॉल के KFC में बेहद अस्वच्छ और अनहाइजीनिक स्थिति मिली। इसी के चलते प्रतिष्ठान को तत्काल प्रभाव से खाद्य कारोबार करने से रोक दिया गया है।
जहां एक ओर कई ब्रांड्स जांच में फेल हो गए, वहीं कुछ ने मानकों पर खरा उतरते हुए राहत दी।
अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। जिन प्रतिष्ठानों में खामियां मिली हैं, उन्हें सुधार के निर्देश जारी हुए हैं। उम्मीद है कि यह सख्ती फूड आउटलेट्स को अधिक जिम्मेदार बनाएगी और ग्राहकों को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध होंगे।
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