Gyanvapi Case : ज्ञानवापी परिसर में सील वजूखाने की सफाई, भारी पुलिस बल तैनात, वीडियो रिकॉर्डिंग से निगरानी

ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने की सफाई शनिवार सुबह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शुरू हो गई है। इस सफाई में 26 से अधिक लोगों की टीम लगी है। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

subodh kumar | Published : Jan 20, 2024 7:36 AM IST / Updated: Jan 20 2024, 01:11 PM IST

वाराणसी. सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद शनिवार को ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने की सफाई शुरू हो गई है। दरअसल यहां काफी गंदगी हो गई थी। इस कारण हिंदू पक्ष द्वारा वकील के माध्यम से सफाई की मांग की गई थी। जिस पर स्वीकृति मिलने के बाद साफ सफाई शुरू हो गई है। इस दौरान काफी संख्या में दोनों पक्षों के लोग भी मौजूद हैं। लेकिन वे इस परिसर से काफी दूर हैं।

हिंदू बोले शिवलिंग, मुस्लिम बता रहे फव्वारा

वजू खाना क्षेत्र में एक शिवलिंग सी आकृति नजर आई थी। हिंदुओं का कहना है कि वह शिवलिंग है। वहीं मुस्लमानों का कहना है कि वह एक फव्वारा है। इस मामले में किसी प्रकार का हेरफेर नहीं हो, इसलिए कोर्ट के आदेश पर उस स्थान का सील कर दिया गया है। आज उसी स्थान पर गंदगी अधिक होने के कारण सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सफाई की जा रही है।

पहले हुई बैठक फिर सफाई

ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजू स्थल पर सफाई से पहले हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों के बीच एक बैठक हुई थी। जिसमें शांतिपूर्ण तरीके से चर्चा की गई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सफाई को लेकर भी चर्चा हुई थी। आज सुबह से वहां सफाई शुरू हो गई है। आपको बतादें कि ये स्थान करीब दो साल से सील है। ऐसे में यहां की सफाई काफी जरूरी थी।

टैंक में से आ रही थी बदबू

बताया जा रहा है कि ज्ञानवापी परिसर में स्थित टैंक में कुछ मछलियां मर गई थी। जिसके कारण बदबू आ रही थी। इसलिए हिंदू पक्ष की तरफ से आवेदन किया गया था कि वहां शिवलिंग होने के कारण उस स्थान को जल्द ही साफ स्वच्छ किया जाना चाहिए। क्योंकि ऐसे स्थान पर मृत जीव जंतु होना ठीक नहीं है।

मछलियों को गंगा में प्रवाहित करने की मांग

हिंदू पक्ष के वकील द्वारा ये भी मांग की गई थी कि जो मछलियां जिंदा है। उन्हें गंगा में प्रवाहित की जाए, वहीं इस मामले में डीएम का कहना था कि टैंक में मिलने वाली मछलियों पर मुस्लिम पक्ष का अधिकार है। इस सफाई के दौरान टैंक के अंदर किसी भी प्रकार की कोई छेड़खानी नहीं करने के आदेश हैं। यानी केवल टैंक की सफाई की जाएगी। इसके अलावा और कोई परिवर्तन भूल से भी नहीं किया जाएगा। वजू स्थल पर बने टैंक को मई 2022 में सील कर दिया था। अब यहां लंबा समय हो जाने के कारण फैली गंदगी को साफ किया जा रहा है। सफाई के दौरान पूरी वीडियोग्राफी भी की जा रही है। इस दौरान भारी संख्या में सीआरपीएफ के जवान और पुलिस बल मौजूद है।

 

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