
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक महिला ने अपने लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी, क्योंकि उसने कथित तौर पर उसकी बेटी को गलत तरीके से छुआ था। लेकिन, मृतक के पिता का आरोप है कि महिला और उसकी बेटियों ने मिलकर उनके बेटे की हत्या उसके नाम पर मौजूद घर हड़पने के लिए की है। हत्या करने वाली महिला का नाम 46 साल की रत्ना है और मृतक 33 साल का इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह था। पुलिस पूछताछ में रत्ना ने बताया कि सूर्य प्रताप ने उसकी बड़ी बेटी को गलत तरीके से छुआ था, इसीलिए उसने उसकी हत्या कर दी। रत्ना और उसकी दोनों बेटियों ने मिलकर सूर्य पर चाकू से हमला कर उसे मार डाला। वहीं, सूर्य के रिश्तेदारों का आरोप है कि उसकी हत्या उसके नाम पर मौजूद घर को हड़पने के लिए की गई है।
रत्ना ने पुलिस पूछताछ में बताया कि सूर्य ने उसकी बड़ी बेटी को गलत इरादे से छुआ था। जब बेटी ने विरोध किया, तो उसने उसे पीटा। 7 दिसंबर को रत्ना की बड़ी बेटी के फोन में एक तस्वीर देखने के बाद वह उसे कमरे में खींचकर ले गया। इसी बीच रत्ना और उसकी छोटी बेटी ने दखल दिया और रत्ना ने सूर्य की गर्दन पर चाकू से कई वार करके उसकी हत्या कर दी। वहीं, पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि सूर्य ने रत्ना की बेटियों को कैद कर रखा था और तीन सीसीटीवी कैमरों से उन पर नजर रखता था। उसने लड़कियों के सोशल मीडिया इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी और बड़ी बेटी की पढ़ाई में भी देरी की, इस साल उसे 12वीं क्लास में एडमिशन दिलाया था। कहा जा रहा है कि इस लंबे समय के कंट्रोल की वजह से बेटियों और रत्ना दोनों के मन में सूर्य के लिए गुस्सा बढ़ता गया।
दूसरी ओर, सूर्य अपनी जमीन पर बने घर में रहता था। लेकिन इस घर को बनाने में रत्ना ने आर्थिक मदद की थी। उसने अपने पहले पति की मौत के बाद मिले पैसे इस घर के निर्माण में लगाए थे। पता चला है कि इस घर और एक कार के मालिकाना हक को लेकर रत्ना और सूर्य के बीच अक्सर झगड़े होते थे।
सूर्य जानकीपुरम का रहने वाला था और रत्ना से पहली बार 2012 में मिला था। वह उसकी दोनों बेटियों को ट्यूशन पढ़ाता था। उस समय रत्ना अपने शराबी पति राजेंद्र से अलग होकर दो बेटियों के साथ रह रही थी। दो साल बाद 2014 में उसके पति राजेंद्र की मौत हो गई। इसी दौरान सूर्य ने सालारगंज की ग्रीन सिटी में एक घर बनाया। रत्ना और उसकी दोनों बेटियां इसी घर में आकर उसके साथ रहने लगीं। सूर्य के पिता नरेंद्र के मुताबिक, रत्ना और उसकी बेटियां सूर्य की कमाई पर ऐश कर रही थीं। इस बीच, सूर्य ने कहीं और शादी करने का फैसला किया था। उसने इस बारे में अपने पिता से बात की थी और 7 दिसंबर को उन्हें पैसे भी भेजे थे। उसी रात उसकी हत्या कर दी गई। जो शादी करना चाहता था, वह मौत के घाट उतार दिया गया।
यह हत्या 7 दिसंबर की रात 11 बजे हुई थी। हत्या करने के बाद मां और दोनों बेटियों ने पूरी रात लाश के साथ बिताई और अगली सुबह पुलिस को फोन कर जुर्म कबूल किया। इसके बाद पुलिस ने रत्ना और उसकी दोनों बेटियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था।
इसके बाद ही सूर्य प्रताप सिंह के पिता नरेंद्र सिंह ने सूर्य की लिव-इन पार्टनर रत्ना और उसकी दोनों बेटियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। रत्ना का पति जनगणना विभाग में काम करता था। उसकी मौत के बाद रत्ना को हर महीने 35,000 रुपये पेंशन मिलती थी। वहीं, सूर्य प्रताप के पिता मैक्स अस्पताल में ड्राइवर का काम करते हैं और उसकी मां एक गृहिणी हैं। उसकी दो शादीशुदा बहनें भी हैं। रत्ना के पहले पति से दो बेटियां हैं और उसका अपने ससुराल वालों से कोई संपर्क नहीं था। शादीशुदा और दो बच्चों की मां के साथ रहने वाले युवक को आखिरकार अपनी जान गंवानी पड़ी।
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