हाथरस. उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक घर के आंगन से 30 साल पुराने नर कंकाल के अवशेष मिले हैं। कंकाल मिलने के बाद घर के ही एक शख्स ने सनसनीखेज दावा किया है। उसका कहना है कि उसकी मां और भाइयों ने मिलकर उसके पिता की हत्या कर दी थी और शव को आंगन में दफना दिया था।
पंजाबी सिंह नाम के इस शख्स का कहना है कि 1994 में उसके पिता बुद्ध सिंह लापता हो गए थे और उसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। पंजाबी सिंह ने हाथरस के जिलाधिकारी रोहित पांडेय के ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता की 30 साल पहले हत्या कर दी गई थी। उसने आरोप लगाया था कि उसके दो बड़े भाई और मां उर्मिला ने मिलकर उसके पिता की हत्या की थी और शव को उनके घर में दफना दिया था।
इसके बाद डीएम पांडे के आदेश पर 26 सितंबर, गुरुवार को हाथरस पुलिस की मौजूदगी में खुदाई की गई। खुदाई के दौरान ही नर कंकाल बरामद हुआ। गुरुवार को हाथरस के मुरसान थाना क्षेत्र के गांव गिलौंडपुर में उसके घर के आंगन से एक नर कंकाल बरामद किया गया। इसे पोस्टमॉर्टम और डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। डीएनए टेस्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। हत्या का शिकार हुए बुद्ध सिंह एक किसान थे। उर्मिला और बुद्ध सिंह दंपति के चार बेटे थे - प्रदीप, मुकेश, बस्तीराम और पंजाबी सिंह। 40 वर्षीय पंजाबी सिंह को याद है कि 30 साल पहले उनके पिता और बड़े भाइयों के बीच झगड़ा हुआ था।
पंजाबी सिंह ने बताया कि जून में उसकी भी अपने भाइयों से कहासुनी हुई थी। उस दौरान भाइयों ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। इसके बाद उसे अपने पिता के लापता होने और हत्या की आशंका हुई। उसने शिकायत में उस जगह का भी जिक्र किया था जहां शव दफनाया गया था।