Success Story: रती झा की जिनके पिता एक ट्रक मैकेनिक थे और परिवार की आमदनी केवल 20 हजार रुपये प्रति माह थी।
Success Story: बच्चे अपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। इस सफर में कई चुनौतियां होती हैं लेकिन जो छात्र बिना हार माने संघर्ष करते हैं, उनकी मेहनत और लगन आखिरकार सफलता में बदल जाती है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है आरती झा की जिनके पिता एक ट्रक मैकेनिक थे और परिवार की आमदनी केवल 20 हजार रुपये प्रति माह थी।
आरती ने अपनी मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने दूसरे बच्चों को कोचिंग दी। 10 रुपये बचाने के वह कई किलोमीटर पैदल चलने की कड़ी मेहनत करती थी। यही नहीं उन्होंने गर्मी में पंखे को बंद करके पढ़ाई की ताकि नींद न आए और उनकी तैयारी में कोई रुकावट न आए। अपने सपने को सच करने के लिए उन्होंने भूख,प्यास, नींद सब त्याग दिया।
यह भी पढ़ें: बेवफा दोस्त की घिनौनी हरकत! पहले भाभी के प्राइवेट वीडियो चुराए, फिर किया ऐसा जो रूह कंपा देगा!
आरती झा ने साल 2023 के जून महीने में आए नीट रिजल्ट में सफलता हासिल की थी। आगरा की आरती ने NEET परीक्षा में 192वीं रैंक हासिल की। एक ट्रक मैकेनिक की बेटी आरती ने साल 2020 से नीट परीक्षा की तैयारी शुरू की थी। उनके संकल्प और कड़ी मेहनत के कारण वह लगातार सफलाता सीढ़ी चढ़ती रही। उनकी यह सफलता यह साबित करती है कि कठिन परिस्थितियों में भी अगर मेहनत और इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो कोई भी सपना सच हो सकता है।