
लखनऊ। कुंभ नगरी प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के पवित्र तट पर हर साल माघ महीने में लगने वाले देश के सबसे बड़े वार्षिक धार्मिक मेले- माघ मेला का काउंटडाउन शुरू हो गया है। मेले की शुरुआत संगम किनारे गंगा पूजन के साथ की गई। इस वर्ष लगभग 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इस बार मेले की थीम होगी- सुगम, सुरक्षित, स्वच्छ और सुलभ।
प्रशासन और तीर्थ पुरोहितों ने संगम की धारा के बीच वेद मंत्रोच्चार के साथ माँ गंगा की आरती की और मेले की सफलता के लिए विशेष पूजा-अर्चना की। यह माघ मेला महाकुंभ 2025 के बाद का पहला आयोजन है, इसलिए इस बार कई नए और अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके।
मंडलायुक्त प्रयागराज सौम्या अग्रवाल ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार माघ मेले को स्वच्छ, सुगम, सुलभ, सुरक्षित और भव्य रूप में संपन्न कराने की पूरी तैयारी की जा रही है। मेले के लिए 7 सेक्टरों में लगभग 800 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जाएगी। लगभग 15 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है, इसलिए व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है।
पुराने अनुभवों से सीख लेते हुए इस बार कई सुधार किए गए हैं:
सभी विभाग समन्वय के साथ काम कर रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
मंगलवार को त्रिवेणी संगम के पावन तट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा पूजन किया गया। अधिकारियों और संतों ने मां गंगा से प्रार्थना की कि माघ मेला 2026 सकुशल और निर्विघ्न पूरा हो।
इस अवसर पर मौजूद प्रमुख अधिकारी-
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