
Muradabad Kanwar Yatra traffic plan: इस वर्ष सावन मास की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है, और इसके साथ ही उत्तर भारत में कांवड़ यात्रा का उल्लास भी आरंभ हो जाएगा। गंगाजल लेकर पैदल यात्रा करने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए मुरादाबाद पुलिस प्रशासनने विशेष ट्रैफिक प्लान जारी किया है।
मुरादाबाद जिले में हर शुक्रवार से सोमवार तक भारी व हल्के वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही हर रविवार सुबह 8 बजे से सोमवार रात 8 बजे तक जीप, कार और पिकअप जैसे हल्के वाहनों की आवाजाही पर भी रोक लगाई गई है।
दिल्ली-मुरादाबाद मार्ग पर भी ट्रैफिक डायवर्जन लागू रहेगा ताकि कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों, बरेली, संभल, चंदौसी, अमरोहा, रामपुर समेत मुरादाबाद से लाखों की संख्या में श्रद्धालु ब्रजघाट और हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने-अपने शिवालयों की ओर प्रस्थान करेंगे। सावन में कांवड़ यात्रा धार्मिक उत्सव ही नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और आस्था का प्रतीक बन जाती है।
यह भी पढ़ें: इस सरकारी योजना से बेटी बनेगी करोड़पति! हर महीने सिर्फ ₹250 जमा करो, 21 साल बाद मिलेगे ₹71 लाख
एसएसपी सतपाल अंतिल ने जानकारी दी कि हर थाना स्तर पर त्योहार रजिस्टर के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था तय कर दी गई है। सभी कांवड़ मार्गों का भौतिक निरीक्षण किया गया है और जहां सुधार की आवश्यकता महसूस हुई, वहां संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। चिकित्सा सुविधा, पेयजल, रात्रि विश्राम के स्थल, लाइटिंग और साफ-सफाई की व्यवस्था पर भी प्रशासन ने खास ध्यान दिया है।
कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए पुलिस बल की संख्या बढ़ाई गई है। हर संवेदनशील स्थान पर पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर हाई रिस्क ज़ोन चिन्हित कर निगरानी बढ़ा दी गई है।
इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं और एक विशेष शिवरात्रि पर्व भी शामिल है। ये सभी पर्व कांवड़ियों के लिए विशेष महत्व रखते हैं। गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक करने की तैयारी पहले से ही श्रद्धालु कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: LIC की जबरदस्त योजना: हर गरीब परिवार को मिलेगा ₹75,000 का फायदा
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।