यूपी के मैनपुरी के करहल में वोटिंग के दौरान दलित लड़की की हत्या। परिवार का आरोप- सपा समर्थक ने भाजपा को वोट देने से रोकने पर किया हमला। पुलिस जांच जारी।
मैनपुरी। UP के मैनपुरी जिले के करहल में विधानसभा उपचुनाव 2024 के लिए वोटिंग के बीच एक दलित लड़की की हत्या ने सनसनी फैला दी है। मृतका के पिता ने आरोप लगाया है कि सपा समर्थकों ने भाजपा को वोट देने से मना किया। न मानने पर उनकी बेटी की हत्या कर दी। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। भाजपा ने सपा पर तीखा हमला बोला है।
करहल की रहने वाली लड़की के पिता सब्जी का ढेला लगाते हैं। लड़की का घर बसपा नेता के घर के पास है। आरोपी प्रशांत पेपर बांटने का काम करता है। खुद को पत्रकार बताया है।
दलित लड़की के पिता का आरोप पीड़िता के पिता ने बताया कि 3 दिन पहले प्रशांत यादव नामक युवक, जो खुद को पत्रकार बताता है और सपा का समर्थक है, अपने साथियों के साथ घर आया था। उसने सपा को वोट देने का दबाव बनाया। जब बेटी ने भाजपा को वोट देने की बात कही, तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई।
मंगलवार को प्रशांत और उसके साथी लड़की को जबरन उठा ले गए। खोजबीन के दौरान प्रशांत के ऑफिस में लड़की की चप्पल मिली। पुलिस ने प्रशांत को गिरफ्तार किया और बुधवार सुबह कंजरा नदी पुल के पास लड़की का शव मिला। दलित युवती की हत्या करने के बाद शव को बोरे में बंद कर नदी के पास फेंक दिया गया था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि लड़की को आखिरी बार प्रशांत के साथ देखा गया था। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि लड़की के पिता की शिकायत पर प्रशांत यादव और मोहन कटेरिया के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस जांच जारी है।
करहल से भाजपा प्रत्याशी अनुजेश यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गुंडागर्दी की सारी हदें पार हो गई हैं। दलित लड़की की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई, क्योंकि वो भाजपा को वोट देने जा रही थी।
भाजपा ने इस घटना के सामने आने के बाद सपा पर तीखा हमला बोलते हुए "लाल टोपी का कुकृत्य" करार दिया। भाजपा आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने सपा पर तीखे हमले किए, वहीं सपा ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया।
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के परिवार का कहना है कि इस मामले में दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। मामले ने उत्तर प्रदेश चुनाव के बीच राजनीति को और गरमा दिया है।