वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार की दिल दहलाने वाली हत्या के पीछे सनसनीखेज खुलासा सामने आ रहा है। मृत कारोबारी की बुजुर्ग मां सके बयान पर यकीन करें तो उसकी हत्या उसके सगे भतीजे ने ही भाड़ें के शूटरों से कराई थी, जो गुजरात और महाराष्ट्र से हायर किए गए थे। दूसरी तरफ पुलिस जांच की थ्यौरी में इस घटना में सबसे अहम किरदार बनकर जो उभरा है, वो है कारोबारी का अपना खुद का बेटा, जो इस तबाहीकांड का एक प्रमुख हिस्सा हो सकता है, क्योकि घटना के पहले से लेकर बाद तक वह उन लोगों के संपर्क में लगातार बना हुआ था, जो इस सामूहिक हत्याकांड के जिम्मेदार हैं।
वाराणसी के रहने वाले राजेंद्र गुप्ता किी 81 साल की बुजुर्ग मां शारदा गुप्ता को पुलिस ने थाने पर पूछताछ के लिए बुलाया था। जहां पर उनसे करीब डेढ़ दर्जन सवाल किए गए। सूत्रों के मुताबिक उसी सवाल जवाब के दौरान शारदा गुप्ता ने बताया कि बिक्की ने ही उसके बेटे, बहू और पोते-पोती की हत्या की है। सूत्रों का दावा है कि पुलिस के सामने शारदा गुप्ता ने बताया कि बिक्की दिवाली पर जब परदेश से घर आया था, उसी दिन वह राजेंद्र और उसके परिवार की हत्या करना चाहता था। इसकी जानकारी होने पर शारदा गुप्ता ने अपने पोते बिक्की को बहुत समझाया बुझाया था और ऐसा न करने की अपील की थी।
पुलिस से शारदा गुप्ता ने कहा कि उन्होंने उसके हाथ जोड़ थे और कहा था कि अब उनका एक ही बेटा बचा है, इसलिए वो उसे न नुकसान पहुंचाए। दीवाली वाली रात तो बिक्की मान गया था, लेकिन उसने अपने चाचा की हत्या का इरादा नहीं छोड़ा था। पुलिस अब इस मामले की कड़ियां जोड़ते हुए पता लगा रही है कि इस हत्या को अंजाम देने के लिए महाराष्ट्र और गुजरात से पेशेवर शूटर बुलाए गए थे। पुलिस ने नौकरानी रेनू वर्मा से भी पूछताछ की थी।
पुलिस के मुताबिक बिक्की ने परिवार के मर्डर के लिए सुपारी किलर हायर किए। पुलिस को बिक्की के मोबाइल की कॉल डिटेल से पता चला कि घटना वाली रात उसकी लंबी बातचीत राजेंद्र गुप्ता की पहली पत्नी के बेटे से हुई थी। इसमें गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ संदिग्ध नंबर भी शामिल थे। पुलिस इस डेटा को महाराष्ट्र और गुजरात पुलिस के साथ शेयर कर रही है, जिससे हत्यारों का नेटवर्क सामने आ सके, क्यो जो संदिग्ध नंबर पुलिस को मिले हैं, वो अपराधियों के हैं।
साथ ही पुलिस को राजेंद्र गुप्ता के पहली पत्नी के बेटे से आरोपी बिक्की और जुगनू से लंबी बातचीत का ब्यौरा भी मिला है। घटना के पहले से लेकर घटना के बाद तक दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई थी। हत्या के बाद से बिक्की का मोबाइल स्विच ऑफ है और पुलिस उसकी तलाश में दूसरे राज्यों की मदद ले रही है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि 1997 में राजेंद्र गुप्ता ने अपने भाई कृष्णा और भाभी की हत्या की थी। इसके बाद से कृष्णा के बेटे जुगनू और बिक्की में गहरा गुस्सा था। पुलिस का मानना है कि बिक्की ने अपने माता-पिता की हत्या का बदला लेने के लिए इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया। पुलिस को ये भी शक है कि इस हत्याकांड में राजेंद्र गुप्ता और उसकी पहली पत्नी का बेटा भी किसी न किसी रूप में जरूर शामिल है। जिसकी लोकेशन आसनसोल, पश्चिम बंगाल में मिली है। उसकी खोज में वाराणसी से एक पुलिस टीम भी आसनसोल के लिए रवाना हो चुकी है।
जांच में पता दीवाली के पहले से ही राजेंद्र गुप्ता और उसके परिवार के हत्या की साजिश रची जा रही थी। इसके लिए हत्यारों ने दीवाली के दौरान घर की रेकी की थी और नीतू तथा तीन बच्चों की हत्या पहले की गई थी, क्योकि कातिलों को पता था कि नीतू और बच्चे पुश्तैनी घर में रहते हैं, राजेंद्र नए घर में चला जाता है।
पुलिस जांच के अनुसार जहां राजेंद्र गुप्ता की हत्या हुई, वहां पर राजेंद्र गुप्ता एक महिला के साथ था। जब कातिल वहां पहुंचे तो महिला को देखकर पीछे हट गए और उसके जाने का इंतजार करने लगे। जब महिला वहां से चली गई तब कातिलों ने राजेंद्र गुप्ता को कपड़ा पहनने तक का मौका नहीं दिया। उसे नग्नावस्था में ही गोली मार दी थी। पुलिस को उम्मीद है कि अन्य राज्यों में बिक्की के संपर्कों और पुराने विवादों की जांच से इस सनसनीखेज मर्डर केस की सभी परतें खुल जाएंगी।
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