अब एक ही चार्जर से चार्ज होंगे लैपटॉप, स्मार्टफोन जैसे सभी डिवाइस, सरकार ले सकती है बड़ा फैसला

Common Charging Port: आपके iPhone, आपके Android टैबलेट और आपके Windows 11 लैपटॉप के लिए अलग-अलग चार्जर रखने की जरुरत नहीं है। सरकार बहुत जल्द स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए एक कॉमन चार्जिंग पोर्ट की सुविधा अनिवार्य कर सकती है।

Asianet News Hindi | Published : Aug 12, 2022 4:46 AM IST / Updated: Aug 12 2022, 06:36 PM IST

टेक डेस्क. भारत आने वाले वर्षों में स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए एक कॉमन चार्जिंग पोर्ट की सुविधा अनिवार्य कर सकता है। न्यूज18 की एक रिपोर्ट में पीटीआई का हवाला देते हुए कहा गया है कि सरकार ने 17 अगस्त को सभी उद्योग हितधारकों की बैठक बुलाई है। इससे सर्जर उपभोक्ताओं पर बोझ कम करके ई-कचरे को रोकना चाहती है। भारत सरकार का यह कदम भारत में उपभोक्ताओं के लिए एक कॉमन चार्जिंग स्टैंडर्ड पेश करने की दिशा में पहला कदम है। यह यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा घोषित एक जनादेश का पालन करता है, जिसके लिए फोन निर्माताओं को 2024 से यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के साथ डिवाइस लॉन्च करने की आवश्यकता होती है।

भारत जल्द लागू कर सकता है कॉमन चार्जिंग पोर्ट 

भारत सरकार का उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए विभिन्न चार्जर्स के उपयोग को कम करने के लिए उद्योग के हितधारकों के साथ बैठक करना है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि भारत में भी ई-कचरे को रोकने की मांग की जा रही है। “अगर कंपनियां यूरोप और अमेरिका में सेवा दे सकती हैं, तो वे भारत में क्यों नहीं कर सकतीं? स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक गैजेट में एक सामान्य चार्जर होना चाहिए। अगर भारत इस बदलाव पर जोर नहीं देता है, तो ऐसे प्रोडक्ट यहां डंप हो सकते हैं।

इन कंपनियों ने पहले ही अपनाया USB टाइप-सी चार्जिंग स्लॉट

वर्तमान में, Xiaomi, Realme, OPPO, Vivo, OnePlus, Motorola और Samsung जैसे प्रमुख स्मार्टफोन खिलाड़ियों ने अपने स्मार्टफ़ोन के लिए USB टाइप-सी चार्जिंग स्लॉट को अपनाया है। इनमें से कुछ कंपनियां बॉक्स में चार्जर की पेशकश नहीं करती हैं, जबकि अन्य, अपने मालिकाना फास्ट चार्जिंग तकनीक के कारण, यूएसबी टाइप-ए से यूएसबी टाइप-सी केबल और बॉक्स में एक चार्जर की पेशकश करते हैं। Apple एकमात्र टॉप स्मार्टफोन ब्रांड है जिसके पास iPhone पर मालिकाना लाइटनिंग चार्जिंग स्लॉट है।

एप्पल के लिए बढ़ सकती हैं मुसीबतें

यूरोपीय संघ की तरह, यदि भारत सभी स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के लिए यूएसबी टाइप-सी पोर्ट की सुविधा देना अनिवार्य कर देता है, तो ऐप्पल को आईफोन पर टाइप-सी पोर्ट पर स्विच करने के लिए मजबूर किया जा सकता है। पहले की कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि 2024 के आईफोन में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट होगा। अमेरिका भी एक कॉमन चार्जिंग स्टैंडर्ड पर जोर दे रहा है। दो अमेरिकी सांसदों ने उपभोक्ता विभाग से 2024 तक फोन, टैबलेट, ई-रीडर और अन्य उपकरणों को पावर देने के लिए सिंगल चार्जर के रूप में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के उपयोग को अनिवार्य करने का आह्वान किया था।

यह भी पढ़ेंः- Fake iPhone :आपका iPhone असली है या नकली, इन 5 स्टेप से ऐसे करें पता

Share this article
click me!