कोरोना काल में डिजिटलाइजेशन का काफी बढ़ावा मिला है। बात छोटी दुकान हो या फिर मॉल में शॉपिंग की हो, लगभग सभी जगह पर डिजिटल पेमेंट किया जा सकता है। भारत में पिछले कुछ सालों से डिजिटल पेमेंट मे ंभारी उछाल आई है। लोग धड़ल्ले से ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं।
टेक डेस्क. कोरोना काल में डिजिटलाइजेशन का काफी बढ़ावा मिला है। बात छोटी दुकान हो या फिर मॉल में शॉपिंग की हो, लगभग सभी जगह पर डिजिटल पेमेंट किया जा सकताा है। भारत में लोग पिछले कुछ सालों से डिजिटल पेमेंट करने लगे हैं। अब जब डिजिटल में इजाफा हो रहा है तो इसके फ्रॉड भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में आपको ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय और ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। आपकी एक गलती आपका अकाउंट खाली कर सकती है। ऐसे में आज हम आपको यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिसके जरिए आप सेफ ट्रांजेक्शन कर सकते हैं और ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी से बच सकते हैं। आइए जानते हैं...
किसी के साथ ना शेयर करें CVV नंबर
हर बैंक के डेबिट और क्रेडिट कार्ड के पीछे एक 3 अंक का CVV नंबर होता है। ये नंबर काफी अहम होता है। कार्ड धारक को ये पता होना चाहिए की इस नंबर को कभी भी किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। CVV यानी की Card Verification Value का इस्तेमाल किसी भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान किया जा सकता है। जब भी आप कोई सामान ऑनलाइन खरीदते हैं तब आपको अपने तीन अंकों वाले CVV का इस्तेमाल करना होता है, जिसके बाद ही आपकी ट्रांजेक्शन पूरी होती है।
कार्ड की डिटेल को ऑनलाइन नहीं करें सेव
आजकल सभी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स या ऐप्स पर ऐसा ऑप्शन मौजूद है, जिससे आप अपने कार्ड की डिटेल सेव कर सकते हैं। इसके बाद आप कभी भी दोबारा उस वेबसाइट पर लॉग-इन करते हैं और कोई सामान खरीदते हैं तो आपको बस CVV डालना होता है और आपकी ट्रांजेक्शन पूरी हो जाती है। अगर आप लोग भी ऐसी गलती करते हैं तो सावदान हो जाइए क्योंकि आजकल हैकर्स ऐसे ही कार्ड्स को आसानी से हैक कर लेते हैं, जिनकी डिटेल किसी वेबसाइट पर सेव होती है, जिस वेबसाइट पर डिटेल पहले से ही मौजूद होती है उस वेबसाइट पर कार्ड नंबर, पासवर्ड और पिन कुछ भी नहीं डालना होता है। इसलिए हैकर्स इन्हें आसानी से हैक कर लेते हैं और एक झटके में आपका अकाउंट साफ हो सकता है।
हमेशा OTP से करें ऑनलाइन पेमेंट
जब आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपके सामने दो ऑप्शंस होते हैं। पहला ऑप्शन होता है Save Your Card और दूसरा ऑप्शन होता है Generate OTP. आपको ट्रांजेक्शन करते समय हमेशा OTP का ही ऑप्शन सलेक्ट करना चाहिए। इस ऑप्शन को क्लिक करने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर चार अंकों का OTP भेजा जाता है, जिसका इस्तेमाल करके आप अपनी ट्रांजेक्शन पूरी कर सकते हैं। वन टाइम पासवर्ड का ऑप्शन काफी सेफ होता है। इससे आप ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी से बच सकते हैं।