डायल करें 4 अंक का यह नंबर और सॉल्व हो जाएगी आपकी ऑनलाइन फ्रॉड की समस्या, पैसे भी आ सकते हैं वापस

साइबर क्राइम बढ़ने के बाद हमारी एक गलती बैंक अकाउंट खाली करा सकता है। ऑनलाइन फ्रॉड होने के बाद समझ नहीं आता कि अब क्या करें? इसी समस्या का समाधान इस नंबर पर डॉयल कर पा सकते हैं। फ्रॉड होने के जितनी जल्दी शिकायत करेंगे, पैसे वापस आने की संभावना उतनी ज्यादा होती है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 18, 2023 3:44 AM IST

टेक डेस्क : स्मार्टफोन के यूज से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन काफी आसान हुआ है। बैंकिंग का काम हो या डिजिटल पेमेंट पलक झपकते ही हो जा रहे हैं। लेकिन जितनी तेजी से हमारा काम आसान हुआ है, उतनी ही तेजी से ऑनलाइन ठगी (online fraud) की घटनाएं भी होने लगी है। साइबर फ्रॉड के अलग-अलग तरीके भी आ गए हैं। एक बार ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने के बाद समझ ही नहीं आता कि क्या करें। आप भी इस तरह की वारदात का शिकार न बने और अगर हो भी गए तो अपने पैसे वापस कैसे पाएं? इसको लेकर यहां आपको एक तरीका बताने जा रहे हैं, जिनसे आपके पैसे वापस आ सकते हैं.

ऑनलाइन ठगी के बाद इस नंबर पर दर्ज कराएं शिकायत
साइबर क्राइम से निपटने के लिए गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) की तरफ से एक चार अंक का नंबर जारी किया है। यह नंबर 1930 है। जब भी आप या आपका कोई जानने वाला ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो तो इस नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 

इस तरह आपकी समस्या सॉल्व होगी 
इस नंबर पर शिकायत करने के बाद आपको अपनी पूरी डिटेल्स देनी होती है।इसके बाद आपकी शिकायत पर एक्शन लिया जाता है। काफी हद तक यह संभव होता है कि आपके अकाउंट से जो पैसे गए हैं, वे वापस मिल जाए। हालांकि एक बात का ध्यान रखना है कि ठगी होने के बाद जितना जल्दी हो सके, उतनी जल्दी आप ये शिकायत दर्ज कराएं क्योंकि एक घंटे से ज्यादा देरी होने पर पैसे वापस आने की संभावना कम हो जाती है।

इमरजेंसी में आएगा काम
सरकार की तरफ से नंबर इमरजेंसी में इस्तेमाल करने के लिए दिया गया है। बता दें कि इससे पहले ऐसी शिकायतों के लिए 155360 हुआ करता था। लेकिन अब इसे बदल दिया गया है। गृह मंत्रालय ने DoT की पार्टनशिप में इस नंबर को जारी किया है। किसी भी तरह का साइबर क्राइम हो, आप इस नंबर को डायल कर सकते हैं। 

नंबर पर कॉल करने के बाद क्या होता है
कॉल करने के बाद कॉलर को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल में एक फॉर्मली कंप्लेंट दर्ज करने को कहा जाता है। इसके बाद फाइनेंशियल इंटरमिडियरीज (FI) कंसर्न के साथ एक टिकट जनरेट किया जाता है। फ्रॉड ट्रांजैक्शन, टिकट डेबिटेड और क्रेडिटेड फ्रॉडस्टर का बैंक या वॉलेट के डैशबोर्ड पर दिखता है। फ्रॉड ट्रांजैक्शन की डिटेल्स बाद में चेक भी कर सकते हैं।

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