
Illegal IPTV Streaming: डिजिटल स्ट्रीमिंग के बढ़ते चलन ने लोगों के कंटेंट देखने के तरीके को बदल दिया है। हालांकि इस सुविधा के साथ ही अवैध IPTV सेवाओं से होने वाले नुकसान का जोखिम भी है। अवैध IPTV के अंडरग्राउंड वर्ल्ड के सबसे प्रमुख खिलाड़ियों में से एक बॉस IPTV है। यह अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में अवैध रूप से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंटेंट स्ट्रीम करने वाला नेटवर्क है।
बाहर से देखने पर यह मनोरंजन का सस्ता साधन दिखता है, लेकिन असल में पायरेसी रैकेट का हिस्सा है, जिसकी कानूनी जांच की जा रही है। यह यूजर और और डिजिटल ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री दोनों की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसे रोकने के लिए साहसिक कदम उठाते हुए दुनिया भर में भारतीय सामग्री के अग्रणी कानूनी प्रदाता यप्प टीवी (YuppTV) ने अमेरिका और कनाडा में एक जन जागरूकता अभियान शुरू किया है। इसमें लोगों को बॉस आईपीटीवी जैसी अवैध आईपीटीवी सेवाओं के उपयोग के खिलाफ चेतावनी दी गई है।
यह अभियान यप्पटीवी यूएसए इंक द्वारा यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, मिडिल डिस्ट्रिक्ट ऑफ पेनसिल्वेनिया में बॉस आईपीटीवी और उसकी सहयोगी संस्थाओं के खिलाफ दायर सिविल मुकदमे के बाद शुरू किया गया है। मुकदमे में प्रमुख भारतीय टीवी चैनलों, ब्लॉकबस्टर फिल्मों और आईपीएल, एशिया कप और आईसीसी विश्व कप जैसे लाइव खेल आयोजनों सहित लाइसेंस प्राप्त सामग्री की चोरी और अवैध रूप से डिस्ट्रीब्यूशन करने का आरोप लगाया गया है।
बॉस आईपीटीवी सिर्फ एक ग्रे-एरिया स्ट्रीमिंग साइट नहीं है। यह एक संगठित अवैध नेटवर्क है। यह स्टार, सोनी, जी, कलर्स, सन टीवी, ईटीवी जैसे प्रमुख भारतीय प्रसारकों और नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, एचबीओ, एनबीसी, फॉक्स, सीबीएस, एनएफएल और एनबीए जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों से चुराई गई प्रीमियम कंटेंट दिखाता है।
चोरी की सामग्री बेहद सस्ते दामों पर बेचकर बॉस आईपीटीवी ने उत्तरी अमेरिका में हजारों ग्राहकों को लुभाया है। इसके चलते यप्पटीवी जैसे वैध प्लेटफॉर्म को करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ है। इसके साथ ही सरकारों को टैक्स के रूप में होने वाली आमदनी का घाटा हुआ है। यहां तक कि अमेरिका में पीबीएस जैसे सार्वजनिक सेवा प्रसारक भी इससे अछूते नहीं हैं। उनके लाइव चैनल अवैध रूप से बॉस आईपीटीवी सेवाओं के माध्यम से पेश किए जा रहे हैं।
IPTV पायरेसी गिरोह हरप्रीत सिंह रंधावा चला रहा है। वह मूल रूप से भारत के फरीदाबाद का रहने वाला कनाडाई नागरिक है। रंधावा मुख्य रूप से कैलगरी से काम करता है। उसके इस काले धंधे से कई कंपनियां जुड़ी हैं।
यह नेटवर्क eaZeeChat (www.eazee.xyz) नामक एक सेंट्रलाइज्ड बैकएंड प्लेटफॉर्म भी चलाता है। इसका इस्तेमाल विभिन्न अवैध आईपीटीवी ब्रांडों के लिए ग्राहक सहायता, बिक्री और रीसेल कम्युनिकेशन मैनेज करने के लिए किया जाता है।
ये सभी शेयर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, समान सर्वर IP रेंज और ओवरलैपिंग कंपनी पतों का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर अवैध संचालन में योगदान करते हैं।
बॉस IPTV कनाडा और भारत के बीच एक ग्लोबल रिले में काम करता है। IPTV बॉक्स कनाडा से भेजे जाते हैं और एनकोड होते हैं। ग्राहक सहायता, तकनीकी सहायता और बिलिंग का काम फरीदाबाद, नई दिल्ली और जालंधर में मौजूद टीमें संभालती हैं। इस ऑपरेशन के लिए नीचे बताई गईं वेबसाइटें इस्तेमाल होती हैं।
इन सभी वेबसाइटों को एक ही IP एड्रेस ब्लॉक: 209.153.233.115–118 पर ट्रेस किया गया है। यह उन्हें रंधावा के सेंट्रल इन्फ्रास्ट्रक्चर से जोड़ता है।
अधिकतर यूजर मानते हैं कि कानून केवल अवैध स्ट्रीमिंग सेवाएं चलाने वालों पर ही लागू होता है, लेकिन सच्चाई अधिक जटिल है। जानबूझकर अवैध आईपीटीवी सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले लोगों को भी कानूनी नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। स्थानीय कानूनों के आधार पर, उन पर जुर्माना या दीवानी मुकदमा चलाया जा सकता है। खासकर तब अगर उन्होंने पहचान योग्य जानकारी का इस्तेमाल करके सब्सक्रिप्शन लिया हो।
कानूनी जोखिम के अलावा, एक गंभीर सुरक्षा जोखिम भी है। बॉस आईपीटीवी जैसी अवैध सेवाएं अक्सर डेटा सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं करतीं। कई लोग अनजाने में अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी, घर का पता और ईमेल दे देते हैं। इनका दुरुपयोग हो सकता है। इन जानकारियों को स्कैमर्स को बेचा जा सकता है। कुछ लोगों ने ऐसी सेवाओं का इस्तेमाल करने के बाद फिशिंग अटैक और अनधिकृत बैंक गतिविधियों की भी शिकायत की है।
अवैध आईपीटीवी सेवाएं इस्तेमाल करने का वित्तीय प्रभाव बहुत ज्यादा है। अकेले दक्षिण एशियाई प्रसारण क्षेत्र को आईपीटीवी पायरेसी के कारण एक अनुमान के अनुसार सालाना 200-300 मिलियन डॉलर का नुकसान होता है। यप्पटीवी लाइसेंस प्राप्त ओटीटी प्रोवाइडर है। यह 8 भाषाओं में 350 से ज्यादा भारतीय चैनल और ऑन-डिमांड कंटेंट वितरित करता है। यह सबसे ज्यादा प्रभावित प्लेटफॉर्म में से एक है।
राजस्व के नुकसान के अलावा, इस पायरेसी के कारण सरकार को भारी कर घाटा होता है। जांच से पता चलता है कि इन गतिविधियों से होने वाले मुनाफे से नशीली दवाओं की तस्करी, साइबर अपराध और टैक्स चोरी जैसी अन्य अवैध गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है।
सामग्री अधिकारों की रक्षा और जन जागरूकता बढ़ाने के लिए YuppTV ने भारत और अमेरिका दोनों जगह कड़ी कानूनी कार्रवाई की है।
भारत में YuppTV द्वारा की गई कार्रवाई
अमेरिका में YuppTV द्वारा की गई कार्रवाई
इन कानूनी कार्रवाइयों के बाद भी बॉस IPTV नेटवर्क अपने काले धंधे से पीछे नहीं हटा है। दरअसल, इसने अपने कामकाज का विस्तार किया है। नए ब्रांड नेम, ज्यादा लाइव चैनल और एक विस्तृत VOD लाइब्रेरी पेश की है। इससे पता चलता है कि पायरेसी का तंत्र अभी भी सक्रिय है और बढ़ रहा है, हालांकि अब इस पर और भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
अगर कोई व्यक्ति ऐसी सेवाओं का इस्तेमाल करता है तो उसे इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। बॉस आईपीटीवी जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने से कानूनी कार्रवाई, वित्तीय धोखाधड़ी या इससे भी बदतर स्थिति हो सकती है।
इसकी जगह लोगों को YuppTV जैसी कानूनी और सुरक्षित सेवाओं पर स्विच करना चाहिए। ये वेरिफाइड लाइसेंस और पूरी डेटा सुरक्षा देते हुए दुनिया भर में व्यापक इंडियन कंटेंट प्रदान करती हैं। अवैध आईपीटीवी सेवाओं की सदस्यता लेकर कुछ पैसे बचते हैं, लेकिन ऐसा करने से यूजर को और भी कई जोखिम उठाने पड़ते हैं। इसमें कानूनी दंड, डेटा चोरी और आपराधिक उद्यमों का समर्थन शामिल है।
YuppTV और इसी तरह के वैध प्लेटफॉर्म प्रीमियम भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय सामग्री तक कानूनी पहुंच प्रदान करते हैं, इसलिए सही विकल्प चुनने का समय आ गया है।
जानकारी रखें। सुरक्षित रहें। लीगल स्ट्रीमिंग चुनें।