कौन कितना काम कर रहा, कॉग्निजेंट ने एम्प्लाइज की एक्टिविटी ट्रैक करने बनाया गजब का टूल

Published : Nov 18, 2025, 03:24 PM ISTUpdated : Nov 18, 2025, 04:51 PM IST
Cognizant prohance tool

सार

कॉग्निजेंट ने ProHance सॉफ्टवेयर से कर्मचारियों की वर्क एक्टिविटी ट्रैक करना शुरू किया है, जो कीबोर्ड-माउस यूज व वेबसाइट्स मॉनिटर करता है। कंपनी का दावा है कि यह परफॉर्मेंस नहीं बल्कि एफिशिएंसी सुधारने के लिए है।

Cognizant Employee Monitoring Software: आईटी कंपनी कॉग्निजेंट ने हाल ही में अपने कुछ कर्मचारियों के लिए प्रोहैंस (ProHance) नामक एक सॉफ्टवेयर बनाया है। यह टूल इस बात पर नजर रखने के लिए डिजाइन किया गया है कि कर्मचारी काम के घंटों के दौरान अपने लैपटॉप पर आखिर कितना वक्त बिताते हैं। यह कीबोर्ड और माउस की एक्टिविटी को वॉच करने के साथ ही रिकॉर्ड करता है कि कौन से एप्लिकेशन और वेबसाइट इस्तेमाल किए जा रहे हैं। अगर 5 मिनट तक कोई एक्टिविटी नहीं होती है, तो कर्मचारियों को "इनएक्टिव" या 15 मिनट के बाद "सिस्टम से दूर" के रूप में मार्क करता है।

वर्किंग डेज का डिटेल ब्योरा भी देता है ProHance

इस सॉफ्टवेयर की खास बात ये है कि ये वर्किंग डेज का डिटेल ब्योरा भी देता है। यह कर्मचारियों के लॉग इन करने के समय, हर एक काम पर उनके द्वारा बिताए गए टाइम और ब्रेक को भी ट्रैक करता है। इसके साथ ही अलग-अलग एक्टिविटीज में समय के बंटवारे को भी ट्रैक करता है। इस तरह का डेटा यह पहचानने में मददगार साबित हो सकता है कि किस-किस जगह प्रॉसेस स्लो हो रही है और कहां एफिशिएंसी में सुधार किया जा सकता है।

इतनी बारीकी से निगरानी कर्मचारियों के लिए तनाव बढ़ाने वाली 

हालांकि, इस तरह की कड़ी मॉनिटरिंग की रिपोर्ट्स के चलते कर्मचारियों के बीच प्राइवेसी और वर्कप्लेस पर निगरानी को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। कुछ लोगों का मानना ​​है कि इतनी बारीकी से निगरानी कर्मचारी के लिए बेहद तनावपूर्ण हो सकती है। भले ही कंपनी कहती हो कि इस टूल का इस्तेमाल इंडिविजुअल की परफॉर्मेंस के मूल्यांकन के लिए नहीं किया जा रहा है।

प्रोहैंस टूल का इस्तेमाल सिर्फ चुनिंदा प्रोजेक्ट्स के लिए

कॉग्निजेंट ने इस टूल के उद्देश्य को लेकर बताया कि ProHance का इस्तेमाल केवल चुनिंदा प्रोजेक्ट्स में, मुख्यतः बिजनेस प्रॉसेस मैनेजमेंट या ऑटोमेशन इनीशिएटिव्स में और केवल क्लाइंट्स के अनुरोध पर ही किया जाता है। कंपनी ने कहा कि यह टूल अलग-अलग टीम को क्लाइंट प्रोसेस को बेहतर ढंग से समझने, कमियों को उजागर करने और वर्कफ्लो को ऑप्टिमाइज करने में मदद करता है। इसे लागू करने से पहले कर्मचारियों को इसके बारे में बता दिया जाता है, साथ ही उनकी परमिशन ली जाती है। बता दें कि इससे इकट्ठे किए गए डेटा का इस्तेमाल परफॉर्मेंस रिव्यू या स्टाफिंग डिसीजन लेने के लिए नहीं किया जाता है।

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