
Starlink Unlimited Internet Price : वो दिन दूर नहीं जब गांव-देहात से लेकर पहाड़ी एरिया में भी मेट्रो सिटीज के कॉर्पोरेट टॉवर्स जैसा इंटरनेट मिल सकेगा। गांव में बैठा बच्चा बिना नेटवर्क क्रैश के AI कोर्स कर सकेगा, Zoom कॉल पर विदेश से पढ़ाई हो सकेगी। ये सपना बहुत जल्द हकीकत में बदल सकता है. एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी SpaceX जल्द ही भारत में अपना हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट प्रोजेक्ट Starlink लॉन्च करने जा रही है। इससे रूरल इंडिया वर्चुअल सुपरपावर बन सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं स्टारलिंक इंटरनेट कैसे काम करता है? इसकी कीमत कितनी होगी और ये कब तक आएगा?
IN-SPACe (India’s Space Regulator) के चेयरमैन डॉ. पवन गोयनका ने एनडीटीवी को बताया, स्टारलिंक को लेकर ज्यादातर रेगुलेटरी फॉर्मेलिटी पूरी हो गई हैं। कुछ फाइनल अप्रूवल का इंतजार है, जो अगले कुछ दिनों में मिल सकती हैं। SpaceX की प्रेसिडेंट ग्विन शॉटवेल हाल ही में भारत आई थीं और खुद गोयनका से मुलाकात कर सभी बचे हुए मुद्दों पर चर्चा की। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले 15 से 20 दिनों में ये प्रॉसेस भी पूरी हो जाएगी। इसके कुछ महीनों में भारत में कॉमर्शियल लॉन्चिंग होगी।
साल 2022 से Starlink भारत में लॉन्च की कोशिश कर रही थी। लेकिन डेटा सिक्योरिटी और कॉल मॉनिटरिंग जैसे मुद्दों पर भारत सरकार सख्त थी। अब स्टारलिंक ने भारत की सभी शर्तें मान ली हैं और टेलीकॉम डिपार्टमेंट से लाइसेंस भी मिल चुका है।
स्टारलिंक कोई आम ब्रॉडबैंड सर्विस नहीं है। यह पृथ्वी के करीब लो-अर्थ ऑर्बिट में घूम रहे हजारों सैटेलाइट्स से जुड़ी हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस है। इसकी स्पीड और कवरेज रेगुलर नेटवर्क से कहीं बेहतर होती है, खासकर गांव, पहाड़ और जंगलों जैसे इलाकों में जहां आज तक इंटरनेट पहुंचा ही नहीं। मतलब स्टारलिंक धरती के करीब घूमते छोटे सैटेलाइट्स से डेटा ट्रांसमिट करता है। इसकी स्पीड 5G से भी फास्ट है और बेहद लो लेटेंसी यानी जीरो बफरिंग, रीयल टाइम इंटरनेट प्रोवाइड करता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टारलिंक भारत में 840 रुपए महीना की शुरुआती कीमत में अनलिमिटेड डेटा वाला प्रमोशनल प्लान लॉन्च कर सकती है। यह प्लान खासकर भारत के लिए कस्टमाइज किया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें। इसमें यूजर्स को अनलिमिटेड हाई-स्पीड डेटा मिलेगा। हालांकि कंपनी ने अब तक कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की है।
स्टारलिंक डिश (डिश को खुली जगह लगाना होगा ताकि सैटेलाइट से सिग्नल सीधा मिले।)
हाई-स्पीड WiFi राउटर
पावर सप्लाई केबल्स
माउंटिंग ट्राइपॉड
iOS और Android ऐप
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट मार्केट है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेंशन के बाद मस्क भारत को एक भरोसेमंद डेस्टिनेशन मानते हैं। अगर स्टारलिंक यहां सफल हुआ, तो स्पेसएक्स के बाकी प्रोजेक्ट्स के लिए भी भारत एक लॉन्चपैड बन सकता है।