दिल्ली में हुई जी20 शिखर सम्मेलन में भारत और अमेरिका के बीच टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में काफी अहम साझेदारी हुई है। अब दोनों देश एक साथ मिलकर 6G कनेक्टिविटी पर काम करेंगे। दोनों देश टेक्नोलॉजी के बेहतर इस्तेमाल पर भी विचार कर सकते हैं।
टेक डेस्क : 5G के बाद भारत तेजी से 6G नेटवर्क पर काम करना चाहती है। दिल्ली में हुई जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) में भारत और अमेरिका के बीच टेलीकम्युनिकेशन सेक्टर में काफी अहम साझेदारी हुई है। अब दोनों देश एक साथ मिलकर 6G कनेक्टिविटी पर काम करेंगे। दोनों देश टेक्नोलॉजी के बेहतर इस्तेमाल पर भी विचार कर सकते हैं। इसके लिए एलायंस फॉर टेलीकम्युनिकेशंस इंडस्ट्री सॉल्यूशंस (ATIS) के नेक्स्ट जी एलायंस और भारत 6जी एलायंस के बीच एक MOU साइन हुआ है।
Next G अलायंस क्या है
नेक्स्ट जी एलायंस 6G, ATIS की एक पहल है, जो 6G पर फोकस के साथ प्राइवेट सेक्टर के माध्यम से अगले कुछ सालों में उत्तरी अमेरिकी वायरलेस टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने पर काम करना चाहती है। इस एलायंस में अमेरिका की कई कंपनियां हैं। भारत 6जी एलायंस भारतीय उद्योग, शिक्षा जगत, राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों और मानक संगठनों की एक पहल है। इसका मकसद 6G मिशन के साथ टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को डिजाइन करने के साथ विकसित करना है। इसके साथ ही यह भारत और दुनियाभर के लोगों को हाई क्वालिटी लाइफस्टाइल देने के उद्देश्य पर काम करेगा।
भारत 6G एलायंस का मकसद
भारत 6G एलायंस का फोकस दूसरी बातों के साथ ही कम्युनिकेशन प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशन के लिए रिसर्च, डिजाइन, विकास, आईपीआर निर्माण, क्षेत्र परीक्षण, सुरक्षा, प्रमाणन और विनिर्माण के लिए एक माहौल तैयार करना भी है। दोनों संगठनों के बीच इस समझौते पर एटीआईएस प्रेसीडेंट सीईओ सुसान मिलर और भारत 6G एलायंस के अध्यक्ष एनजी सुब्रमण्यम ने साइन किए हैं।
दिल्ली में जी20 समिट
बता दें कि 9-10 सितंबर, 2023 को दिल्ली में दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के संगठन जी20 की बैठक हुई। इसमें कई देशों के साथ भारत के बीच कई साझेदारी हुई हैं। टेक्नोलॉजी सेक्टर में भी बाकी देशों के साथ भारत आगे काम करेगा। इस समिट में अमेरिका, यूके, फ्रांस समेत दुनियाभर के कई प्रमुख देश शामिल हुए।
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