
Gmail to Zoho Mail Migration: Arattai ऐप के बाद अब जोहो मेल (Zoho Mail) अपनी प्राइवेसी और यूजर-फ्रेंडली फीचर्स के कारण पॉपुलर हो रहा है। ज्यादातर लोग इस स्वदेशी मेल को अपना रहे हैं। अगर आप भी Gmail से Zoho Mail में शिफ्ट होने जा रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि माइग्रेशन के दौरान कुछ कॉमन गलतियां होती हैं, जो आपके डेटा को रिस्क में डाल सकती हैं। आइए जानते हैं 7 ऐसी गलतियों जो आपको शिफ्टिंग के दौरान नहीं करनी चाहिए...
सबसे पहली गलती है IMAP को इनेबल न करना। Zoho Mail में Gmail का डेटा ट्रांसफर करने के लिए IMAP ऑन होना जरूरी है। जीमेल की सेटिंग्स में जाकर 'Forwarding and POP/IMAP में IMAP' को एनेबल करना जरूरी है। IMAP बंद रहने पर जोहो मेल आपके मेल्स तक एक्सेस नहीं कर पाएगा, जिससे ट्रांसफर पूरा नहीं हो पाएगा।
दूसरी गलती है Migration Wizard का सही तरीके से उपयोग न करना। जोहो मेल की Migration Wizard आपके ईमेल, फोल्डर्स और कॉन्टैक्ट्स को सुरक्षित रूप से इंपोर्ट करने का आसान तरीका है। कई लोग इसे इग्नोर कर सीधे डेटा कॉपी करने की कोशिश करते हैं, जिससे मेल्स गुम या गलत फोल्डर में जा सकते हैं। इसलिए Wizard का स्टेप-बाय-स्टेप फॉलो करना बेहद जरूरी है।
बड़े अकाउंट्स के डेटा को ट्रांसफर करते समय तकनीकी गड़बड़ी या नेटवर्क इश्यू की वजह से मेल्स खो सकते हैं। इसलिए जीमेल का बैकअप लेना हमेशा सुरक्षित विकल्प होता है। Google Takeout जैसी सुविधा से आप अपने पूरे डेटा का बैकअप आसानी से ले सकते हैं।
जोहो मेल में स्पैम फिल्टर, फोल्डर, लेबल्स, Calendar Sync और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication) जैसे फीचर्स हैं। कई यूजर्स डिफॉल्ट सेटिंग्स पर ही भरोसा कर लेते हैं, जिससे कुछ जरूरी फीचर्स काम नहीं कर पाते। इसलिए अकाउंट सेटअप के बाद सभी सेटिंग्स को चेक करना जरूरी है।
जोहो मेल में ट्रांसफर के बाद भी नए ईमेल Gmail पर आते रहते हैं। फॉरवर्डिंग ऑन न करने पर आपके नए मेल्स मिस हो सकते हैं। जीमेल की सेटिंग्स में जाकर फॉरवर्डिंग को एक्टिव करें और जोहो मेल का एड्रेस जोड़ें।
माइग्रेशन के बाद अपने सभी कॉन्टैक्ट्स, बैकिंग, सब्सक्रिप्शन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में नया जोहो मेल एड्रेस अपडेट करना जरूरी है। ऐसा न करने पर आपको पुराने जीमेल अकाउंट पर ही नए ईमेल मिलते रहेंगे, जिससे आप कोई जरूरी मैसेज मिस कर सकते हैं।
जोहो मेल में स्ट्रॉन्ग एन्क्रिप्शन, 2FA और ad free interface जैसे फीचर्स हैं। सिक्योरिटी सेटिंग्स को डिफॉल्ट पर छोड़ देने से आपका डेटा रिस्क में रह सकता है। IMAP/SMTP सेटिंग्स चेक करें, 2FA ऑन करें और स्पैम फिल्टर सेट करें।
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