सिर्फ एक Ex Employee को वापस लाने के लिए गूगल ने क्यों खर्च किए 22625 करोड़ ?

गूगल ने अपने ही एक पूर्व कर्मचारी के स्टार्टअप को ₹22,000 करोड़ में खरीद लिया है. नोआम शजीर नामक इस कर्मचारी ने गूगल में 21 साल काम करने के बाद अपना स्टार्टअप शुरू किया था जो आज दुनिया के सबसे प्रभावशाली एआई स्टार्टअप्स में से एक है.

कैलिफ़ॉर्निया: अपने यहाँ लंबे समय तक काम कर चुके एक बेहद प्रतिभाशाली कर्मचारी को दोबारा नौकरी पर रखने के लिए गूगल ने पूरे 22000 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं. जी हाँ, गूगल में 21 साल काम कर चुके नोआम शजीर ने 2021 में कंपनी छोड़ दी थी क्योंकि उनके द्वारा अपने एक साथी के साथ मिलकर बनाया गया चैटबॉट रिलीज़ नहीं किया गया था. इसके बाद उन्होंने कैरेक्टर.एआई नाम का एक स्टार्टअप शुरू किया. आज यह दुनिया के सबसे प्रभावशाली एआई स्टार्टअप्स में से एक है. 

अब एआई तकनीक के विकास में एक बार फिर नोआम की ज़रूरत को समझते हुए गूगल ने उन्हें वापस लाने के लिए उनकी कंपनी को ही 22000 करोड़ रुपए में खरीद लिया है. इस सौदे के तहत कैरेक्टर.एआई की तकनीक गूगल के पास आ जाएगी और नोआम भी अब गूगल में ही काम करेंगे.

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काम का तनाव: खाना-पीना छोड़कर कर्मचारी की मौत? 

लखनऊ: काम के तनाव से कर्मचारियों की मौत की घटनाएँ लगातार सुर्खियाँ बटोर रही हैं. इसी बीच काम का तनाव न झेल पाने की बात कहते हुए एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है. 

मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी बजाज फाइनेंस के कर्मचारी तरुण सक्सेना के रूप में हुई है. बजाज फाइनेंस में लोन रिकवरी विभाग में कार्यरत तरुण ने लिखा है कि 'कुछ भी कर लूँ, रिकवरी का टारगेट पूरा नहीं हो पा रहा है. रिकवरी न कर पाने पर लोन की ईएमआई की रकम खुद भरने का दबाव बनाया जा रहा है. 45 दिन से सोया नहीं हूँ. ठीक से खाना भी नहीं खाया है.' यह पत्र लिखकर तरुण ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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