
एक बार फिर डीपफेक वीडियो चर्चा में आ गया है। पहले रश्मिका मंदाना और आलिया भट्ट इसका शिकार हुई थीं, तब इस बार समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन (Iqra Hasan) के फोटोज-वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई। सोशल मीडिया पर गलत तरीके से एआई का इस्तेमाल कर सांसद का डीपफेक वीडियो (Iqra Hasan Deepfake Video) वायरल किया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है हालांकि समय के साथ AI का गलत इस्तेमाल बड़ी समस्या बनता जा रहा है। ऐसी घटना सेलिब्रिटी क्या आम इंसान के साथ भी हो सकती है। ऐसे में आज हम आपको डीपफेक वीडियो की पहचान करने के तरीकों के साथ कुछ आसान टूल्स भी बताएंगे, जो बेहद काम आ सकते हैं।
ओपन सोर्स टूल के तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाले इस टूल का इस्तेमाल डीपफेक वीडियो की जांच के लिए किया जा सकता है। यहां पर सीधे इमेज और वीडियो अपलोड करना होता है। जिसके बाद ये बता देता है, वह डीपफेक है या नहीं। इसके इस्तेमाल के लिए किसी भी तरह का कोई पैसा नहीं देना पड़ता है।
ये टूल इमेज और वीडियो दोनों प्रोसेस करता है और बताता है वो असली है या नहीं। इसमें पूरी सटीकता तो नहीं पर डीपफेक होने की संभावना पर स्कोर दिया जाता है। आप इसे डेमो और पैसे देकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस टूल का इस्तेमाल बिल्कुल फ्री किया जा सकता है। ये भी डीपफेक की जांच करता है। इसमें Real Time Confidence Score दिया जाता है। जिससे अंदाजा लगाते है ये असली है और नकली।
इस AI Tool का इस्तेमाल बिल्कुल फ्री किया जा सकता है। ये वीडियो को स्कैन करता है और बताता है वीडियो असली है या फिर इसे जनरेट किया गया है। आप कई प्लेटफॉर्म की जांच के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं।
(नोट- एशियानेट हिंदी किसी भी टूल की सटीकता का दावा नहीं करता है। यहां दी गई सभी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है।)