
New AC Temperature Rule : तपती गर्मी में अपना AC 16 डिग्री टेंपरेचर पर सेट करके चैन की नींद लेते हैं? तो अब भूल जाइए। सरकार एक ऐसा नियम लाने वाली है जिससे आप चाहे मॉल में हों या घर में एसी 20 डिग्री से नीचे सेट ही नहीं होगा। जी हां, बहुत जल्द ऐसा हो सकता है, क्योंकि सरकार एसी की कूलिंग पर ब्रेक लगाने जा रही है। एसी से बिजली की खर्च को रोकने के लिए केंद्र सरकार बहुत जल्द नया रूल लाने वाली है। सरकार का कहना है कि इस नए नियम से आने वाले 3 सालों में कम से कम 18,000 से 20,000 करोड़ रुपए की बचत पॉसिबल है।
हर साल जैसे-जैसे सूरज का पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे देश की बिजली की मांग आसमान छूने लगती है। इस साल जून में एक दिन ऐसा भी आया जब डिमांड 241 गीगावाट तक पहुंच गई और अनुमान है कि ये 270 गीगावाट को पार कर सकती है। पावर मिनिस्टर मनोहर लाल खट्टर ने बताया, 'एसी बनाने वाली कंपनियों के लिए नया नियम कूलिंग को ज्यादा बेहतर बनाएगा। इससे गर्मियां बढ़ने पर बिजली की डिमांड और बिलों पर काबू करने में मदद मिलेगी। नए नियम हर जगह चलने वाले एयर-कंडीशनर पर लागू होगा यानी घरों, मॉल, ऑफिस, होटल, थियेटर और गाड़ियों तक में AC का टेंपरेचर कंट्रोल किया जाएगा।'
देश में अभी तक ऐसा कोई कानूनी नियम नहीं है, जो 16-18 डिग्री पर एसी चलाने से किसी को कंट्रोल करे। सरकार और BEE (Bureau of Energy Efficiency) एयर कंडीशनर को 24 डिग्री पर चलाने की सलाह देती है, लेकिन ये सिर्फ सलाह है, कोई मजबूरी नहीं कि इसे फॉलो ही किया जाए।
1. बिजली की बचत
यूनीवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की एक स्टडी के अनुसार, अगर देश एयर कंडीशनर (AC) टेंपरेचर को स्टैंडर्ड करता है, तो 2035 तक 7.5 लाख करोड़ रुपए की बचत हो सकती है।
2. कम बिजली बिल
हर 1 डिग्री तापमान बढ़ाने से 6% तक बिजली की खपत कम होती है। यानी आपकी जेब भी हल्की नहीं होगी।
3. पावर कट कम होगा
ग्रिड पर दबाव घटेगा, पावर कट्स कम होंगे और गर्मियों की बर्बादी बचेगी।
4. कम कार्बन उत्सर्जन
जैसे ही बिजली की डिमांड घटेगी, वैसी ही कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emissions) कम होगा, धरती की राहत बढ़ेगी और ग्लोबल वॉर्मिंग की चिंता भी घटेगी।
फिलहाल कोई पक्की तारीख सामने नहीं आई, लेकिन ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर कह चुके हैं कि इसे बहुत जल्द लागू किया जाएगा। AC बनाने वाली कंपनियों से बातचीत जारी है और जैसे ही नोटिफिकेशन आएगा, सभी नए AC इसी लिमिट में बनाए जाएंगे।
सरकार ने अभी तक साफ नहीं किया कि ये नियम पुराने AC पर लागू होगा या नहीं? लेकिन हो सकता है कि आने वाले वक्त में सॉफ्टवेयर अपडेट या कोई टेक्निकल सेटिंग से पुरानों को भी नियम में लाया जाए।
जी हां! नियम सिर्फ घर, मॉल या ऑफिस तक नहीं रहेगा आपकी कार का AC भी 20 डिग्री से नीचे नहीं जा पाएगा। क्योंकि सरकार का मकसद साफ है कम फ्यूल और ज्यादा फ्यूचर।
कुछ लोगों को लगता है कि ये कदम स्मार्ट और समय की मांग है। लेकिन कुछ को लगता है कि गर्मी में सिर्फ 20 डिग्री की ठंडक बहुत कम पड़ेगी। खासकर उत्तर भारत जैसे इलाकों में, जहां पारा 45°C के पार चला जाता है। वहीं डैकिन, एलजी और वोल्टास जैसी कंपनियां सरकार के साथ इस नियम को लागू करने के लिए तैयार हैं।
जापान, इटली जैसे देशों में भी पब्लिक बिल्डिंग्स के लिए AC को कम से कम 23°C पर रखना जरूरी है और वहां भी ज्यादा ठंडक को लेकर पाबंदियां हैं।