जब तुर्किए में सुबह-सुबह भूकंप आया था, तब छात्र और उसकी मां बच गए थे। उन्हें लगा खतरा अब टल गया है और वे अपार्टमेंट में वापस चले गए। लेकिन उसके बाद दूसरा भूकंप आया और बिल्डिंग ढह गई और उनकी फैमिली दब गई थी।
ऑटो डेस्क : तुर्किए में महाविनाशकारी भूकंप (Turkey Earthquake) के बाद जब जान बचाने की जद्दोजहद चल रही थी, तब वाट्सएप का एक फीचर (WhatsApp Feature) एक छात्र के लिए वरदान बन गया। संकट के वक्त इसकी मदद से उसकी जान बच गई। बताया जा रहा है कि भूकंप के बाद 20 साल का स्टूडेंट एक अपार्टमेंट के मलबे के नीचे दब गया था। उसका नाम बोरान कुबत बताया जा रहा है। वाट्सएप की मदद से वह बाल-बाल बच निकला।
बिल्डिंग के मलबे में दबा था छात्र
दरअसल, जब तुर्किए में सुबह-सुबह भूकंप आया था, तब छात्र और उसकी मां बच गए थे। उन्हें लगा खतरा अब टल गया है और वे अपार्टमेंट में वापस चले गए। लेकिन उसके बाद दूसरा भूकंप आया और बिल्डिंग ढह गई। जिसमें दोनों दब गए।
तुर्किये भूकंप में वरदान बना वाट्सएप
दरअसल, जिस वक्त लड़का संकट में था, उसने WhatsApp पर एक वीडियो बनाया और लोकेशन के साथ कैप्शन लगाकार हेल्प मांगी। उसने अपने स्टेटस पर इस वीडियो को लगा दिया था। अपने स्टेटस पर लड़के ने लिखा कि अगर कोई इस मैसेज को देखे तो प्लीज आकर हेल्प करें। इस वीडियो को देखने के बाद रेस्क्यू टीम बोरन और उसकी मां के पास तक पहुंचने में कामयाब रही और उन्हें मलबे से बाहर निकालकर उनकी जान बचाई।
भूकंप के दौरान कैसे लगाया स्टेटस
तुर्की समाचार एजेंसी अनादोलु की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 20 साल के छात्र बोरान ने जानकारी देते हुए बताया कि रेस्क्यू टीम को उन तक पहुंचने के लिए काफी मलबा हटाना पड़ा। अनादोलु से बातचीत में उसने बताया कि भूकंप के दौरान उसके पास जो वक्त था, उसमें उसने वीडियो बनाया और वाट्सएप पर शेयर कर दिया, ताकि उसके दोस्त इसे देख लें और उसे बचाने आ जाएं। इसकी मदद भी मिली और मेरी और मां की जान बच गई। हालांकि फैमिली के अन्य सदस्य अभी भी बिल्डिंग के नीचे हैं।
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