आखिर क्या बला है Mahadev Betting App, जिसने बड़े-बड़ों का छुड़ा दिया है पसीना

इसी साल फरवरी 2023 में सौरभ चंद्राकर की शादी में कई सेलिब्रिटीज शामिल हुई थीं। पिछले साल सितंबर 2022 में भी कंपनी की सक्सेस पार्टी में कई बॉलीवुड हस्तियां पहुंची थी। ये सभी ईडी की जांच के दायरे में हैं।

Satyam Bhardwaj | Published : Oct 6, 2023 5:16 AM IST / Updated: Oct 06 2023, 02:08 PM IST

टेक डेस्क : भारत में एक तरफ क्रिकेट वर्ल्ड कप (Cricket World Cup 2023) चल रहा है तो दूसरी तरफ महादेव ऐप गेमिंग ऐप का मामला गहराता जा रहा है। इस मामले में ED की रडार पर बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) समेत कई हाई-प्रोफाइल हस्तियां आ गई हैं। ईडी अधिकारियों ने रणबीर कपूर को 6 अक्टूबर को रायपुर दफ्तर बुलाया है। आइए जानते हैं आखिर ये महादेव ऐप ऐसी क्या बला है, जिसने बड़े-बड़े लोगों को पसीना छुड़ा दिया है, यह कैसे काम करता है और इसका मालिक कौन है?

महादेव ऐप की शुरुआत कहां से हुई

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) यानी ईडी के ऑफिस के ठीक सामने सड़क की दूसरी तरफ जूस बेचनी वाली एक छोटी सी दुकान है। जिसका नाम 'जूस फ़ैक्ट्री' है। कुछ साल पहले ही भिलाई में इस नाम की पहली दुकान खोली गई, जिसके मालिक का नाम सौरभ चंद्राकर (Sourabh Chandrakar) है। जिसकी उम्र 28 साल बताई जा रही है और कई महीनों से ईडी इसकी तलाश कर रही है। सौरभ भिलाई का ही रहने वाला है और अपने एक दोस्त रवि उप्पल के साथ 'महादेव गेमिंग-बेटिंग' नाम से ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का दुबई से चलाता है। कहा जा रहा है कि उसका सालाना टर्नओवर 20,000 करोड़ से ज्यादा है। इसी सिलसिले में ईडी की रडार पर रणबीर कपूर जैसे कई फिल्मी सितारे हैं।

महादेव ऐप क्या है

सौरभ चंद्राकर (Sourabh Chandrakar) और रवि उप्पल (Ravi Uppal) की यह कंपनी कथित तौर पर क्रिकेट, टेनिस, बैडमिंटन, पोकर और कार्ड गेम जैसे कई लाइव गेम्स में बेटिंग यानी सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध करती है। पिछले चार साल से यह सट्टा कारोबार फल-फूल रहा है। महादेव ऑनलाइन बुक सट्टेबाजी एप्लिकेशन एक अहम सिंडिकेट है, जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट्स को सक्षम बनाने ऑनलाइन प्लेटफार्मों की व्यवस्था करता है। आरोप है कि इस ऑनलाइन गेमिंग ऐप ने हमेशा नए यूजर्स को जोड़ा और उनसे पैसे लगवाए। खेल, लॉटरी और सट्टेबाजी के सभी ऑप्शन पर धांधली की गई, जिसमें उतरने वाले यूजर्स को हमेशा नुकसान हुआ और कंपनी को फायदा। अनुमान है कि सौरभ चंद्राकर की कंपनी को कथित तौर पर घोटाले से करीब 5,000 करोड़ का फायदा हुआ है। ऐप के मालिक का हवाला और पाकिस्तान से भी कनेक्शन की बात सामने आ रही है।

महादेव ऐप कैसे काम करता है

UAE में ऐप प्लेटफॉर्म के कई कॉल सेंटर हैं। यो सभी यूएई के अलावा नीदरलैंड, नेपाल और श्रीलंका के जरिए संचालित होते हैं। जब कस्टमर इस कॉल सेंटर में कॉल करते हैं तो उनसे वॉट्सऐप पर सभी डिटेल्स शेयर करने को कहा जाता है। इस डेटा को भारत में पैनल ऑपरेटर्स के साथ शेयर कर दिया जाता है, जो मुंबई और दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ और छत्तीसगढ़ जैसे शहरों में काम कर रहे हैं। ऐसे करीब चार से पांच हजार पैनल ऑपरेटर हैं, जो यूपीआई और बैंक अकाउंट के जरिए ग्राहकों से बैंक लेनदेन शुरू करते हैं। इनके पास फर्जी बैंक खाते हैं, जहां पैसों की हेराफेरी की जाती है। बताया जा रहा है कि इन पैनल ऑपरेटर्स को रोजाना औसतन 150-200 करोड़ का फायदा होता है। महादेव ऐप से हर सोमवार इसका हिसाब-किताब किया जाता है।

महादेव ऐप और बॉलीवुड स्टार्स का कनेक्शन

दरअसल, इसी साल फरवरी 2023 में सौरभ चंद्राकर की शादी में कई सेलिब्रिटीज शामिल हुई थीं। पिछले साल सितंबर 2022 में भी कंपनी की सक्सेस पार्टी में कई बॉलीवुड हस्तियां पहुंची थी। ये सभी ईडी की जांच के दायरे में हैं। कहा जा रहा है कि फिल्मी सितारों ने इस पॉर्टी में परफॉर्म करने के लिए बड़ी मात्रा में कैश लिया है। अब चूंकि यह पैसा अपराध से जुड़ा आय है, इसलिए वे ईडी के जांच के घेरे में हैं।

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