दिल की बीमारियों से बचाने विप्रो ला रहा AI बेस्ड टेक्नोलॉजी, जानें डिटेल्स

Published : May 28, 2024, 05:53 PM ISTUpdated : May 28, 2024, 08:37 PM IST
 Wipro

सार

टेक कंपनी विप्रो एक AI आधारित टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। कंपनी ने IISC बेंगलुरु में सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च के साथ पार्टनरशिप की है। विप्रो की RND टीम एक पर्सनल केयर इंजन को डिजाइन और विकसित करेगी। इससे हृदय से जुड़ी बीमारियों से बचा जा सकेगा।

बिजनेस डेस्क. IT कंपनी विप्रो दिल की बीमारियों के रिस्क को कम करने के लिए एक टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। इसके लिए कंपनी ने IISC बेंगलुरु से पार्टनरशिप की है। ये मिलकर एक पर्सनल केयर इंजन डेवलप करने की तैयारी की जा रही है। कंपनी ने 28 मई को इसकी जानकारी अपनी फाइलिंग एक्सचेंज में दी थी। इसमें कंपनी ने बताया कि AI का इस्तेमाल करके बीमारी को दूर किया जा सकता है।

इस प्रोजेक्ट के लिए विप्रो की IISC से साझेदारी

विप्रो ने इस प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि AI का उपयोग करके दिल की बीमारियों से बचा जा सकता हैं। इसके लिए कंपनी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) बेंगलुरु में  सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च (CBR) के साथ पार्टनरशिप की है। पर्सनल केयर इंजन यूजर्स के साथ अपनी बातचीत को पर्सनालाइड करने, उनके लंबे समय तक स्वास्थ्य के मुताबिक कस्टमाइज करने के लिए AI का इस्तेमाल करके हृदय रोग और न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों के जोखिम को कम करने और इसे मैनेज करने के लिए ध्यान देगा।

 

 

ऐप के जरिए होगी टेस्टिंग

विप्रो IISC में सीबीआर के सहयोग से डिजिटल ऐप बेस्ड टेक्नोलॉजी से इंजन की टेस्टिंग की जाएगी। कंपनी ने कहा कि इस पार्टनरशिप से टेक्नोलॉजी को डेवलप करने के लिए AI, मशीन लर्निंग और बड़े डेटा एनालिटिक्स के पावर का इस्तेमाल करेगी।

ये टीम करेगी PCI का डिजाइन तैयार

विप्रो ने कहा कि उसकी RND टीम एक पर्सनल केयर इंजन को डिजाइन और विकसित करेगी। ये टीम यह लैब 45 की हिस्सा है। इससे किसी व्यक्ति के मेडिकल हिस्ट्री, स्वास्थ्य स्थिति और दूसरी चीजों पर ध्यान देगा।

यह भी पढ़ें…

AC ऑनलाइन खरीदें या ऑफलाइन, ये तीन Tips को करें फॉलों, मिलेगी बेहतर डी

WhatsApp अकाउंट गलती से हो गया ब्लॉक? जानें अनब्लॉक करने का सबसे सिंपल जुगाड़

PREV

Recommended Stories

Samsung भारत में लॉन्च किया Galaxy Tab A11, जानें फीचर्स और कीमत
संचार साथी ऐप: साइबर सुरक्षा या जासूसी? एक्सपर्ट ने बताया सबसे कड़वा सच