
Assams Tea Gardens: चाय की दीवाने को अगर दिन में 2 से 4 बार चाय मिल जाए तो यकीन मानिए उसका दिन बन जाता है। लेकिन अगर ऐसे इंसान को चाय के बागानों के पास ठहरने का मौका मिले तो यह अनुभव जिंदगी भर तरोताजा रहेगा। अगर आप कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो असम के चाय के बागान आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकते हैं। सुबह-सुबह चाय के बागानों से आती खुशबूदार हवा और सुहावना मौसम आपके समर वेकेशन को स्पेशल बना देगा। बच्चे और पूरे परिवार के साथ आप असम स्थित चाय बागानों का मजा ले सकते हैं। असम ट्रिप में चाय बागन जाना बिल्कुल न भूलें।
ऑर्थोडॉक्स, सीटीसी चाय और ग्रीन टी बनाने के लिए जोंकटोली चाय का बागान फेमस है। ये बागान डिब्रूगढ़ जिले के बारबाम में है। ये बागान करीब 485 हेक्टेयर में फैला हुआ है। यहां दो मिलियन किलोग्राम से ज्यादा चाय का प्रोडक्शन किया जाता है।
असम के प्रसिद्ध चाय बागानों में जोरहाट का नाम सबसे पहले आता है। दुनिया के सबसे पुराने चाय अनुसंधान केंद्रों में भी जोरहाट का नाम भी लिया जाता है। हरे-भरे बागानों में आप चाय की खेती देख सकते हैं। साथ ही चाय बनाने की प्रक्रिया के बारे में भी वहां के एक्सपर्ट से जान सकते हैं। यकीन मानिए प्रकृति के करीब रहकर आप काफी राहत महसूस करेंगे।
गाइडेड टूर के साथ आप चाय बागान की जानकारी लेना चाहते हैं तो डिब्रूगढ़ टी गार्डन जरूर जाएं। डिब्रूगढ़ चाय बागान को टी सिटी के नाम से भी जाना जाता है। अप्रैल के महीने में भी आपको यहां ठंडी हवा का भरपूर अहसास मिलेगा।
अगर आप शांतिपूर्वक बैठकर चाय के बागानों की हवा महसूस करना चाहते हैं तो हलमारी चाय एस्टेट जरूर जाएं। यहां का शांतिपूर्ण वातावरण चाय की ताजा सुगंध देगा और आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।