26 महीने तक हर बार Beard को दिया नया Alphabet, वायरल हआ शख्स का जुनूनी वीडियो

Published : Dec 01, 2025, 07:48 PM ISTUpdated : Dec 01, 2025, 08:03 PM IST
British man sculpts his beard

सार

ब्रिटेन के एक शख्स ने अपनी दाढ़ी और मूंछों को अंग्रेजी वर्णमाला के 26 अक्षरों के आकार में गढ़कर इंटरनेट पर कोहराम मचा दिया। वीडियो में हर अक्षर पर दाढ़ी की सैटिंग दिखाई दे ही है।

An alphabet made from facial hair: एक ब्रिटिश शख्स ने अपनी दाढ़ी और मूंछों को अल्फावेट के सभी 26 अक्षरों के आकार में ढालकर इंटरनेट को चौंका दिया। अब उसके ये तमाम लुक वायरल हो गए हैं। यूनाइटेड किंगडम के इस शख्स ने अपनी दाढ़ी और मूंछों को अंग्रेजी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षर को दिखाने वाले शेप में बदलकर क्रिएटिविटी को एक बिल्कुल नए जॉनर में पहुंचा दिया है।

चेहरे के बालों से गढ़ी गई एक alphabet

वायरल क्लिप की शुरुआत यूनाइटेड किंगडम के इस जुनूनी शख्स द्वारा अपनी दाढ़ी और मूंछों पर गढ़े गए अक्षर A को दिखाने से होती है। जैसे-जैसे वीडियो आगे बढ़ता है, हर फ्रेम में एक नया अक्षर दिखाई देता है, B और C से लेकर Z तक। हर अक्षर को अद्भुत तरीके से उकेरा गया है। उसकी मूंछें गोल अक्षरों के लिए घुमावदार हैं, जबकि दाढ़ी को एंगल वर्डस के लिए शॉर्प लाइन्स में काटा गया है।

हर अक्षरको गढ़ने किया महीनों इंतजार

वीडियो में इसमें शामिल मेहनत भी दिखाई देती है। हर अक्षर के लिए, वह अपने चेहरे के बालों को पूरी तरह बढ़ने देते हैं, उन्हें मनचाहे अक्षर का आकार देते हैं, बदलाव को रिकॉर्ड करते हैं और फिर अगले अक्षर के लिए यही सर्कल दोहराते हैं। इस लंबी, अनुशासित प्रोसेस के परिणामस्वरूप दाढ़ी-मूंछ वाले अक्षरों का एक पूरा सेट तैयार होता है, जिसे देखने पर वो  अपनी पूर्णता में लगभग अनेचुरल लगता है।

वायरल क्लिप को मिले 25 लाख से ज्यादा व्यूज

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक,  वीडियो को 25 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और यह लगातार इंटरनेट पर वायरल हो  रहा है। दर्शकों ने कमेंट सेक्शन को तारीफ, फन और अविश्वास का कॉम्बीनेशन दिखाई देता है। 


एक यूजर्स ने लिखा कि यह "अब तक का सबसे डेडीकेटेड ग्रूमिंग प्रोजेक्ट" था। एक दूसरे ने कहा कि यह "एक ही दाढ़ी में प्योर टेलेंट और A mixture of pure patience था। एक तीसरे दर्शक ने कहा वे "हंस भी रहे थे और प्रभावित भी, क्योंकि कौन इसके बारे में सोचता भी है"। किसी और नेलिखा "यह आदमी सिर्फ़ अपनी डेडीकेशन के लिए पुरस्कार का हकदार है"। एक अन्य ने कहा कि "प्रत्येक अक्षर को प्रकट होते देखना अजीब तरह से संतोषजनक था"।

 

 

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

डोसा बनाने के लिए छोड़ दी जर्मनी की नौकरी, अब पेरिस से पुणे तक में है रेस्टोरेंट
भारत का Ronaldo! बिहार का ये वीडियो देख भूल जाएंगे Argentina V/S France मैच?