ऑनलाइन विज्ञापन देख माता-पिता ने सोचा, बेटा हीरो बन जाएगा, लेकिन ऐसा फंसे कि मिनटों में डूब गए 17 लाख रु

संदिग्धों पर आईपीसी की धारा 419, 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जेनिस को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 14, 2021 1:30 PM IST

बेंगलुरु. व्हाइटफील्ड में रहने वाले एक परिवार ने अपने बेटे को एक विज्ञापन में रोल दिलाने के चक्कर में 16.7 लाख रुपए गवां दिए। उनके साथ साइबर फ्रॉड हुआ। सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुरेश (बदला हुआ नाम) ने पुलिस को बताया कि संदिग्ध डॉक्टर ऋषि कपूर उर्फ अपूर्व अश्विन और जेनिस ने उनके बेटे को फिल्म स्टार और मॉडल बनाने का वादा करके बहकाया। 

नवंबर 2020 में फोन के जरिए संपर्क किया था
सुरेश ने बताया कि अश्विन ने नवंबर 2020 में फोन के जरिए उनसे संपर्क किया और दावा किया कि वह एक मॉडलिंग एजेंसी चलाते हैं। अश्विन ने सुरेश और उनकी पत्नी को भरोसा दिलाया कि वे उनके बेटे को एक बिस्किट कंपनी के विज्ञापन में रोल दिलाएगा। 

व्हाट्सएप के जरिए भेजी रिक्वेस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अश्विन ने व्हाट्सएप के जरिए एक रिक्वेस्ट भेजा। फिर कहा कि दोनों अपने बेटे का एक वीडियो शूट करने शेयर करे। कपल ने भी बेटे का एक वीडियो बनाकर शेयर कर दिया।

आरोपी ने कहा- बेटे को चुन लिया गया
वीडियो शेयर करने के बाद अश्विन की एजेंसी ने पुष्टि की कि बच्चे को विज्ञापन के लिए चुन लिया गया है। कपल ने रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 1.4 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे। 29 नवंबर 2020 को इस कपल को अश्विन की ओर से एक और मैसेज आया।

ठगी करने वाले आरोपियों ने व्हाट्सएप पर ही कपल को फोटोशूट, डिजाइनर कपड़े, सामान और अन्य खर्चों पर चर्चा के लिए व्हाट्सएप कॉल किए। फिर बैंक खातों में कुल 16,69,400 रुपए ट्रांसफर करवाए।

सुरेश ने आरोप लगाया कि पैसे लेने के बाद न ही मेरे बेटे को कहीं रोल मिला और ही आरोपियों ने पैसा वापस किया। कुछ दिनों बाद ही सुरेश को लगने लगा कि उनके साथ ठगी हुई है। फिर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। संदिग्धों पर आईपीसी की धारा 419, 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जेनिस को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है।

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