आसमान से होगी रंगीन रोशनी की बरसात? नोट करें डेट और टाइम

Published : Dec 12, 2025, 07:47 PM IST
Geminids meteor shower 2025

सार

जेमिनिड्स उल्का बौछार 2025 का पीक 13-14 दिसंबर रात को। भारत में IST 2-4 AM बेस्ट टाइम होगा। 1 घंटे में 120+ उल्काएं गिरेंटी, वहीं नासा समेत कई एजेंसियां इसका लाइव प्करसारण करेंगी।

Geminids meteor shower 2025: हर साल होने वाली जेमिनिड्स उल्का बौछार दिसंबर में अपने पीक पर पहुंचती है। ये चमकदार रोशनी की बारिश मिड दिसंबर में वापस आ गए हैं। आसमान में अपनी लगातार एक्टिविटी के साथ उल्का बौछारें सर्दियों का एक रेगुलर हिस्सा बनाती है। इसका पीक 13-14 दिसंबर की रात को होने की उम्मीद है, इस दौरान आमतौर पर साल में सबसे ज़्यादा उल्काएं देखने को मिल सकती हैं। अनुमानों के मुताबिक, साफ़ और अंधेरे आसमान में हर घंटे 120 से ज़्यादा उल्काएं देखने को मिल सकती हैं। यह इवेंट हर किसी के लिए रियल-टाइम में देखना मुमकिन नहीं होगा, इसलिए इस बार ऑनलाइन फ़ीड्स का इंतजाम किया गया है।

भारत में जेमिनिड्स उल्का बौछार 2025 का पीक टाइम

हिंदुस्तान टाइम्स की द फ्री प्रेस जर्नल के हवाले से एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेमिनिड्स उल्का बौछार देर शाम से ही शुरू हो जाती है, लेकिन इसका सबसे अच्छा समय 14 दिसंबर को IST के अनुसार सुबह 2 बजे से 4 बजे के बीच हो सकता है। उस समय मलबे का रास्ता पृथ्वी की गति के साथ अलाइन हो जाता है, और मिथुन राशि में रेडिएंट इतना ऊपर चढ़ जाता है कि नज़ारा साफ़ दिखाई देगा। शहर की रोशनी के बावजूद भी, आसमान में ज़्यादा चमकदार लकीरें दिखाई देती हैं। आसमान जितना ज़्यादा अंधेरा होगा, बौछार उतनी ही लगातार दिखेगी।

भारत से जेमिनिड्स को ऑनलाइन कैसे देखें

जो लोग बाहर नहीं जा सकते या शहरी इलाकों से बाहर नहीं निकलने वाले लोगों के लिए लाइवस्ट्रीम का इंतजाम किया गया है। वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट इटली में अपनी ऑब्ज़र्वेटरी से रियल-टाइम ब्रॉडकास्ट करेगा, जो लाइट उल्काओं को ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किए गए वाइड-फील्ड इंस्ट्रूमेंट्स के ज़रिए उल्का बौछार को कैप्चर करेगा। NASA और इंटरनेशनल मेटियोर ऑर्गनाइज़ेशन भी YouTube पर पैरेलल फ़ीड स्ट्रीम कर सकते हैं, हालांकि ये इवेंट के ज़्यादा करीब दिखाई देते हैं।

घर पर जेमिनिड्स उल्का बौछार देखने के लिए टिप्स

ऑनलाइन देखने के लिए ज़्यादा सेटअप की ज़रूरत नहीं है। कमरे की लाइट बंद कर दें और स्क्रीन की ब्राइटनेस थोड़ी बढ़ा दें। लाइवस्ट्रीम आपके लिए उल्का बौछार को ट्रैक करेगा। मकसद चमक को कम करना और कैमरे के सेंसर को अपना काम करने देना है। यह इस घटना को देखने का एक शांत तरीका है, खासकर ज़्यादा प्रदूषण वाले इलाकों में रहने वाले दर्शकों के लिए।

 

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