सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक ट्विटर पोस्ट खूब वायरल हो रही है। यह पोस्ट प्रधानमंत्री ने 16 मई 2014 को तब लिखी थी, जब वे पहली बार वाराणसी लोक सभा सीट से सांसद बने थे। वहीं, 16 मई 2022 को ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान बाबा के मिलने का दावा किया गया। लोग इसे इसे गजब संयोग बता रहे हैं।
नई दिल्ली। बनारस के इतिहास में 16 मई की तारीख काफी अहम है। 16 मई 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद बने थे और तब उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट पोस्ट किया था। उन्होंने इसमें लिखा था, India has won! भारत की विजय। अच्छे दिन आने वाले हैं।
अब वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में तीन दिन तक हुए सर्वे के तीसरे दिन यानी सोमवार, 16 मई 2022 को टीम ने नंदी की मूर्ति के पास के कुएं और वुजूखाने की जांच की। हिंदू पक्ष के वकीलों का दावा है कि यहां शिवलिंग मिला है। इस दावे के सामने आने के बाद कोर्ट ने आदेश देते हुए शिवलिंग और उसके आसपास की जगह को सील करने का आदेश जारी कर दिया। अब यहां वुजू नहीं होगी और नमाज भी सिर्फ 20 लोग ही पढ़ सकेंगे।
बाबा का दर्शन बड़ा संयोग
16 मई को ही प्रधानमंत्री की बनारस से जीत और अच्छे दिन आने वाली पोस्ट के बाद अब 16 मई को ही ज्ञानवापी से बाबा के दर्शन का दावा होने को लोग संयोग मान रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि यह गजब संयोग है। भाजपा नेता और हरियाणा के राज्य प्रभारी अरुण यादव ने ट्ववीट करते हुए लिखा, आज ही के दिन मोदी जी पहली बार वाराणसी से सांसद चुने गए थे और आज ही के दिन भगवान विश्वनाथ कुएं से बाहर निकल के दर्शन दिए यह बहुत बड़ा संयोग है।
गंदी राजनीति मत करो
अरुण यादव के इस ट्वीट को साढ़े 21 हजार से ज्यादा लोगों ने पसंद किया है, जबकि साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है। इस पर यूजर्स ने मजेदार कमेंट भी किए हैं। एक यूजर ने लिखा, हर चीज में नरेंद्र मोदी को मत घुसाओ, जिन्होंने मेहनत की है और त्याग बलिदान किया है, उनको एक चेहरे के पीछे छिपाने की गंदी राजनीति मत करो। एक यूजर ने लिखा, भगवान को तो बख्श दो भाई। एक यूजर ने लिखा, सोच कर ही रोंगटे खड़े हो रहे हैं.. हे बाबा विश्वनाथ बस जल्दी अपने दर्शन के लिए भी बुला लो।
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