हाजी मुखीलिफ फरहौद अल-मंसूरी (Hajji Mukheilif Farhoud Al-Mansouri) अल-मंसूरी ने 103 साल के उम्र का आंकड़ा पार करने के बाद 37 साल की महिला से तीसरा निकाह किया है। इस निकाहानामा के गवाह उनके 15 बच्चे और 100 से ज्यादा पोते-पोतियां बने हैं।
ट्रेंडिंग डेस्क। शादी जन्म-जनमांतर का रिश्ता है, कहते हैं कि जोड़ियां ऊपर से बनकर आती हैं। लड़की सपनोंमें एक सफेद घोड़े पर बैठा राजकुमार आता है, फिर दोनों में प्यार पनपता है, इसके बाद सामाजिक रति रिवाजों से दोनों विवाह बंधन में बंध जाते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि किसी दुल्हन के सपने में कोई उम्र का शतक पार कर चुका कोई शख्स आए, फिर उसे वो दिल दे बैठे, इसके बाद दोनों सबके सामने एक दूसरे को कुबूल कर लें।
सैकड़ों पोते- पोतियां हुए निकाह में शामिल
इराक में एक अजीबोगरीब घटना हुई इसमें हाजी मुखीलिफ फरहौद अल-मंसूरी (Hajji Mukheilif Farhoud Al-Mansouri) अल-मंसूरी ने 103 साल के उम्र का आंकड़ा पार करने के बाद 37 साल की महिला से तीसरा निकाह किया है। इस निकाहानामा के गवाह उनके 15 बच्चे और 100 से ज्यादा पोते-पोतियां बने हैं। अल-मंसूरी को तीसरी शादी करने के लिए उनके बच्चों ने मनाया था। हालांकि अल मंसूरी की ख्वाहिश है कि वे और बच्चे पैदा करें।
औलाद को जन्म दे सकने वाली महिला से की शादी
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अल-मंसूरी युद्ध की भयानक विभीषका झेल चुके राक (Iraq) के अल-दिवानियाह (Al-Diwaniyah) में रहते हैं। प्रमाणित तौर पर उनका जन्म साल 1919 में हुआ था । मंसूरी ने बीते सप्ताह में इराक के सोमार की रहने वाली एक ऐसी महिला से शादी की है, जिसकी उम्र बच्चे पैदा करने लायक हो, मंसूरी को कुछ दिन पहले ही उनकी दूसरी पत्नी छोड़कर गई है। अल-मंसूरी के बड़े बेटे अब्दुल सलाम ने रुडॉ मीडिया नेटवर्क Abdul Salam in Rudaw Media Network) को बताया है कि "मेरी अम्मी के इंतकाल के तकरीबन 23 साल बाद मेरे अब्बू ने दूसरा निकाह किया था। हालांकि उनकी दूसरी बेगम इसी साल वापस अपने मायके लौट गई हैं। इसके बाद अब्बू ने अकेलपन का जिक्र करते हुए हमें तीसरे निकाह की बात कही, उन्होंने साफ किया ऐसी बेगम खोजना जो और औलाद को जन्म दे सकती हो."
बड़े बेटे ने की 9 शादियां
अब्दुल ने कहा "हमने एक 37 साल कि महिला के अब्बू के लिए बिल्कुल उनकी पसंद के मुताबिक पाया है। इस शादी में मंसूली के 15 बच्चे और 100 से ज्यादा नाती-पोते शामिल हुए."। वहीं मीडिया से बात करते हुए अल-मंसूरी ने कहा कि उनकी बेगम अभी जवान हैं, वे बच्चे को जन्म दे सकती हैं। अब आपको ये भी बता दें कि अल-मंसूरी का सबसे बड़े साहबजादे 72 सालके हैं, उन्होंने अब तक 9 निकाह पढ़ें हैं। उनकी सभी बेगमों से 17 पुत्र और 16 बेटियां हैं।
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