कुत्तों को लगभग रोज आपने किसी पोल, टायर या फिर दीवार पर यूरिन करते हुए देखा होगा, मगर क्या कभी सोचा है कि वे इन्हीें जगहों को क्यों पसंद करते हैं। जमीन से उन्हें क्या दिक्कत है। एक्सपर्ट ने इस पर कुछ तलाशे हैं, आइए जानते हैं क्या है वे।
नई दिल्ली। हमारे रोज के जीवन में ऐसी बहुत सी चीजें हैं, जिन्हें हम आमतौर पर देखते हैं, मगर उसके पीछे की असल वजह क्या है, यह जानने की कोशिश नहीं करते। हम इन चीजों को अक्सर घर या बाहर होते देखते हैं। यह इतनी बार हो चुका होता है कि हमारी आंखें और दिमाग उनका अभ्यस्त हो चुका है।
ऐसी ही एक अहम चीज है कुत्तों को किसी की कार, बाइक या साइकिल के टायर, दीवार या पोल पर यूरिन करते देखना। जी हां, हम अमूमन रोज यह अपने आसपास देखते हैं, मगर क्या कभी हमने सोचा है कि कुत्ते यूरिन के लिए अक्सर इनका ही इस्तेमाल क्यों करते हैं। दरअसल, इस बारे में एक्सपर्ट्स ने कुत्तों के व्यवहार का लगातार गहनता से अध्ययन किया है। इसके बाद जो उन्होंने तीन अहम कारण दिए, वे हम आपको यहां बता रहे हैं।
1. कुत्ते पोल या टायर पर यूरिन करके अपने इलाके को चिन्हित करते हैं। यह उनके अन्य साथियों से संपर्क करने का उनका एक तरीका है। जब एक कुत्ता किसी पोल या टायर पर यूरिन करता है, तो वह जानकारी पास करता है, जो तब अन्य कुत्तों के लिए उपलब्ध होती है, जो वहां आकर उस पोल या टायर को सूंघेंगे। इसके बाद नया कुत्ता भी वहीं पर यूरिन के जरिए अपनी मार्क छोड़ता है।
2. कुत्ते क्षैतिज सतहों (होरिजेंटल स्पेस) के बजाय ऊर्ध्वाधर सतहों (वर्टिकल स्पेस) पर यूरिन करना पसंद करते हैं। टायर और पोल का निचला हिस्सा कुत्ते की नाक की पहुंच के भीतर होता है। इसलिए, वे अन्य कुत्तों की नाक के लेवल तक पर अपनी छाप छोड़ते हैं। इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण बात यह कि रबर के टायर में कुत्ते के यूरिन की गंध ज्यादा देर तक रहती है। वहीं, अगर कुत्ते जमीन पर यूरिन कर दें तो कुछ ही देर में उनकी बदबू खत्म हो जाती है।
3. एक और बड़ी वजह है कि कुत्ते रबर के टायरों पर यूरिन करना क्यों ज्यादा पसंद करते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, उन्हें रबर की गंध पसंद है, इसलिए वे टायर की गंध से आकर्षित हो जाते हैं और उसके पास जाकर यूरिन करके लौट जाते हैं।
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