Published : Jun 01, 2023, 11:39 AM ISTUpdated : Jun 01, 2023, 11:42 AM IST
चीनी वैज्ञानिक धरती में 32,808 फीट गहरा गड्ढा कर रहे हैं। इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इसके पीछे चीन की क्या मंशा है? बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा बोर होल रूस में मौजूद है जिसे खोदने में वैज्ञानिकों को 19 साल लगे। आइए जानते हैं इसके बारे में…
रूस का कोला सुपरडीप बोरहोल दुनिया का सबसे गहरा गड्ढा कहा जाता है। 1970 में रूस के वैज्ञानिकों ने इसकी खुदाई शुरू की थी और लगभग 19 साल तक इसे खोदा गया।
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रूसी वैज्ञानिक अमेरिकी वैज्ञानिकों को चुनौती देने के लिए ऐसा कर रहे थे और धरती की सतह की ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाना चाहते थे। सालों खुदाई के बाद वैज्ञानिक 12.24 किमी गहराई (40,230 फीट) तक पहुंचे। इसके बाद खुदाई रोक दी गई थी।
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इतनी गहरी और मुश्किल खुदाई के लिए Uralmash नामक विशालकाय ड्रिलिंग मशीन बनाई गई थी, जो किसी भी परिस्थिती में ड्रिल करने की ताकत रखती थी।
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इसका हैड हजारों डिग्री सेल्सियस की गर्मी सहन करने के लिए बना था। हालांकि, 40,230 फीट की गहराई पर पहुंचने ही तापमान इतना ज्यादा बढ़ गया कि सारी मशीनें ठप्प पड़ गईं।
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इस भीषण तापमान को देखते हुए साइंटिस्ट्स ने इस होल का नाम Door to Hell (नर्क का दरवाजा) भी रख दिया था। वैज्ञानिक कहते हैं कि जमीन में इतनी गहरी खुदाई करना बेहद मुश्किल काम है और ऐसा इसके बाद कोई भी नहीं कर सका पर आपको जानकर हैरानी होगी कि पृथ्वी के कोर की गहराई 6371 किलोमीटर नीचे तक है।