चीन के हैनान प्रांत में आए तूफान यागी के बाद बिजली गुल होने से लोग अपने मोबाइल फ़ोन चार्ज नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उन्हें ज़रूरी चीज़ें खरीदने में भी दिक्कत हो रही है क्योंकि वहाँ ज़्यादातर लेनदेन डिजिटल माध्यम से ही होता है।
आज के समय में बहुत से लोग ऐसे हैं जो टेक्नोलॉजी के बिना एक दिन भी नहीं जी सकते. चीन में भी कुछ ऐसा ही हाल है. यहाँ तक कि ज़्यादातर लोग अपने कामकाज भी टेक्नोलॉजी पर ही निर्भर रहकर करते हैं. सारे भुगतान मोबाइल फ़ोन के ज़रिए ही किए जाते हैं. नोट के तौर पर पैसे देने का चलन ही ख़त्म हो गया है. ऐसे में अगर मोबाइल फ़ोन बंद हो जाए तो क्या होगा? ऐसा ही कुछ हुआ है और इसकी भयावह स्थिति दिखाता एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस साल का सबसे शक्तिशाली तूफ़ान यागी 6 सितंबर को चीन के हैनान प्रांत में आया था. यहाँ भारी बारिश के साथ 234 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चलीं. इससे बिजली गुल हो गई और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लोगों के पास फ़ोन चार्ज करने का भी कोई साधन नहीं बचा. नतीजतन, लोग ज़रूरी सामान भी नहीं खरीद पा रहे हैं. इस वीडियो को 'कैशलेस सोसाइटी का नुकसान' कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
वीडियो में एक अस्थायी स्टेशन पर लोग अपने मोबाइल फ़ोन चार्ज करने के लिए लाइन में खड़े दिखाई दे रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि फ़ोन चार्ज करने के लिए इंजन का इस्तेमाल किया जा रहा है. कई सारे फ़ोन एक साथ चार्ज हो रहे हैं और बाकी लोग अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं. यहाँ तक कि बच्चों वाली महिलाएं भी लाइन में खड़ी हैं. बताया जा रहा है कि एक रोटी खरीदने के लिए भी यहाँ मोबाइल फ़ोन ज़रूरी है.
यह वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया. लोग पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर निर्भर रहने के ऐसे ही ख़तरनाक नतीजों पर चर्चा कर रहे हैं. वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “चक्रवात के बाद पानी और बिजली गुल हो गई. चीन के लोग अपने फ़ोन चार्ज करने के लिए बेताब हैं क्योंकि उनका सारा पैसा उनके मोबाइल फ़ोन में है. बिना मोबाइल फ़ोन के आप एक रोटी भी नहीं खरीद सकते.”