Turkey में मौत का तांडव : भूकंप में बचे लोगों ने बताया वो खौफनाक मंजर, कहा- हम और हमारे घर ऐसे हिले जैसे छोटे बच्चे का पालना जोर से हिला दिया हो

इस भयानक भूकंप में बचने वाले कुछ लोगों ने मीडिया से बात कर उस खौफनाक मंजर के बारे में बताया। गाजियांटेप में तो इतनी भयानक तबाही मची कि नींद के आगोश में रहे कुछ लोगों को तो चीखने तक का मौका नहीं मिला। 

Piyush Singh Rajput | Published : Feb 6, 2023 6:44 AM IST / Updated: Feb 06 2023, 12:33 PM IST

ट्रेंडिंग डेस्क. तुर्किये (Turkey, Turkiye) में 6 फरवरी की अल सुबह 4 बजकर 17 मिनट (भारतीय समयानुसार सुबह 6:47) पर आए भीषण भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है। सुबह का वक्त होने से कई लोगों की सोते-सोते दर्दनाक मौतें हो गईं, वहीं इस जलजले में जो बच गए उन्होंने इस खौफनाक मंजर के बारे में बताया। जानकारी के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। हालांकि, अलग-अलग मीडिया हाउस इसकी तीव्रता के आंकड़े अलग बता रहे हैं।

कई लोग नींद में मौत के आगोश में समाए

तुर्किये में ठंड का मौसम होने की वजह से लोग देर से उठते हैं। सोमवार अल सुबह ज्यादातर प्रांतों में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस के आसपास था, तभी अलसुबह 4 बजकर 17 मिनट पर धरती ऐसी कांपी कि चंद सेकंड में इमारतें जमींदोज हो गईं। गाजियांटेप में तो इतनी भयानक तबाही मची कि नींद के आगोश में रहे कुछ लोगों को तो चींखने तक का मौका नहीं मिला। जो बच गए उनकी चींख पुकार दूर-दूर तक सुनाई दे रही थी। हैबरटर्क नेटवर्क की मानें तो मलत्या, दियारबाकिर और मालट्या के पड़ोसी प्रांतों में भी सैंकड़ों इमारतें भरभराकर गिर गईं।

ऐसा लगा जैसे बिल्डिंग नहीं बच्चे का पालना हो

इस भयानक भूकंप में बचने वाले कुछ लोगों ने मीडिया से बात कर उस खौफनाक मंजर के बारे में बताया। गाजियांटेप के रहवासी एरडम ने मीडिया से कहा, ‘हमें सोते हुए तीन बार इतनी जोर से झटके लगे जैसे पालने में सो रहे बच्चे को जोर-जोर से हिला दिया गया हो। मैंने 40 सालों में इतनी भयानक चीज कभी महसूस नहीं की।’ वहीं दमास्कस में एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया कि भूकंप के बाद जो बिल्डिंगें बच गईं वहां भी भगदड़ मची हुई है, लोग अपनी-अपनी कारों में इस डर से बैठकर भाग रहे हैं कि उनकी बिल्डिंग भी कहीं गिर कर तबाह न हो जाए।

हर तरफ मलबा और डेड बॉडी

सलकिन शहर में एक बचाव दल के सदस्य ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘यहां स्थिति बहुत गंभीर है, दर्जनों इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गई हैं, सबकुछ तबाह हो गया है।’ इस शहर की ज्यादातर इमारतें सीरिया के 12 साल चले सिविल वॉर में पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुकी थीं और भूकंप ने इन्हें मिट्टी में मिला दिया। हर तरफ मलबा और डेड बॉडी देखने को मिल रही हैं।

लगातार बढ़ रहा मौत का आंकड़ा

तुर्किये में आए इस भीषण भूकंप (Earthquake in Turkiye) में मरने वालों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। कई मीडिया हाउस इसे लेकर अलग-अलग दावे कर रहे हैं, वहीं सरकारी आंकड़ों में अबतक 100 लोगों के मरने व 1000 से ज्यादा घायल होने की पुष्टि की जा चुकी है। माना जा रहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ-साथ ये आंकड़े भी तेजी से बढ़ेंगे।

पीएम मोदी ने जताया दुख, कहा हम मदद के लिए तैयार

तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा, 'तुर्किये में भूकंप के कारण हुई मौतें और संपत्ति के नुकसान से बेहद दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पीएम ने आगे कहा कि भारत इस कठिन समय में तुर्किये के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हर संभव मदद के लिए तैयार है।

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