नवजोत सिंह सिद्धू लापता, ढूंढने वाले को 50 हजार रु. का इनाम...अमृतसर में ऐसे पोस्टर क्यों लगे?

पंजाब में कांग्रेस के राज्य नेतृत्व में मतभेद चल रहा है। मंगलवार को सिद्धू ने पार्टी के मतभेदों को सुलझाने के लिए अंतरिम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा गठित तीन सदस्यीय कांग्रेस पैनल से मुलाकात की। सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच अनबन चल रही है।
 

Asianet News Hindi | Published : Jun 2, 2021 6:09 AM IST / Updated: Jun 02 2021, 11:40 AM IST

नई दिल्ली. अमृतसर में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं। विधायक को ढूंढने वाले को 50,000 रुपये इनाम देने का वादा किया गया है।

एनजीओ ने लगाया पोस्टर
एक एनजीओ ने पोस्टर लगाए हैं, जिसमें आरोप लगाया गया है कि नवजोत सिंह सिद्धू चुनाव जीतने के बाद लोगों से किए गए विकास के वादे को भूल गए। एनजीओ ने दावा किया कि सिद्धू लंबे समय से अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं आए हैं।

पहले भी लग चुके हैं सिद्धू के पोस्टर
यह पहली बार नहीं है जब सिद्धू के लापता पोस्टर उनके निर्वाचन क्षेत्र में लगाए गए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2019 में शिरोमणि अकाली दल के नेता ने विधायक के लापता होने के पोस्टर लगाए थे। 2009 में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अमृतसर में सिद्धू के लापता होने के पोस्टर लगाए।     

पंजाब में क्या विवाद चल रहा है?    
पंजाब में राज्य नेतृत्व में मतभेद चल रहा है। मंगलवार को सिद्धू ने पार्टी के मतभेदों को सुलझाने के लिए अंतरिम पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा गठित तीन सदस्यीय कांग्रेस पैनल से मुलाकात की। सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच अनबन चल रही है।

क्या है सिद्धू-अमरिंदर सिंह विवाद?
सिद्धू अमरिंदर सिंह के आलोचक रहे हैं, क्योंकि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने कोटकपूरा गोलीबारी मामले की जांच को रद्द कर दिया था। तभी से कांग्रेस में खींचतान शुरू हो गई। कांग्रेस के एक धड़े का कहना है कि वकील ने कोर्ट में सही तरीके से केस नहीं रखा। सिद्धू ने ही सबसे पहले कोटकपूरा फायरिंग मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह के काम पर सवाल उठाए थे। तभी से विवाद शुरू हो गया।

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